भाजपा कार्यालय में जनसुनवाई मीडिया पर लगाई रोक!
जनजाति मंत्री नन्द लाल मीणा की ओर से एक नि:शक्त की फाइल फेंकने से सरकार और पार्टी की हुई किरकिरी से झल्लाए भाजपा नेताओं ने गुरुवार को मीडिया की ओर से किए जा रहे जनसुनवाई कार्यक्रम के कवरेज पर रोक लगा दी।
ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री सुरेन्द्र गोयल तो यहां तक कह गए कि मीणा ने कोई फाइल फेंकी ही नहीं, यह सब मन-गढ़ंत बातें हैं। मीणा ने तो अपनी बात बड़े प्रेम से कही थी।
भाजपा कार्यालय में सुबह 11 बजे जब जनसुनवाई शुरु हुई तो, मीडिया को जनसुनवाई वाले कमरे के बाहर रोक दिया गया। मीडिया सैल के लोगों ने कहा कि उनको ऊपर से निर्देश हैं। इसी दौरान प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी करीब बारह बजे के करीब कार्यालय पहुंचे।
पत्रकारों ने उनसे इस सम्बन्ध में सवाल कि तो उन्होंने कहा कि मीडिया पर कोई बैन नहीं है। नई व्यवस्था की है। इसके तहत शुरुआत के दस मिनट और अंत के दस मिनट मीडिया को जनसुनवाई कक्ष में प्रवेश दिया जाएगा। दो घंटे तक कक्ष में रहने से व्यवस्थाएं गड़बड़ा जाती है।
गाय हमारी माता है-देवासी
गोपालन राज्य मंत्री ओटाराम देवासी ने पत्रकारों से कहा है कि गाय हमारी माता है, हम उसकी पूजा करतें है। हमारे धर्म में गाय का मांस खाने का नहीं लिखा है। पूरे राजस्थान में कहीं भी गाय का मांस नहीं खाया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में क्या हो रहा है, जानकारी नहीं।
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