बाड़मेर, दूसरे दिन भी जारी रहा दलित समुदाय का आंदोलन
- दलित महिला सरपंच के अधिकारों पर अतिक्रमण
- बलात्कार के आरोपी की गिरफ्तारी की मांग
बाड़मेर, 6 अक्टूबर। कलक्टर कार्यालय के बाहर दलित अत्याचार निवारण समिति के बैनर पर मंगलवार को दूसरे दिन भी बेमियादी धरना जारी रहा। समिति के सह संयोजक हरखाराम मेघवाल ने बताया कि ग्राम पंचायत तालसर की दलित सरपंच इंद्रा देवी के अधिकारों पर अतिक्रमण कर भ्रष्ट ग्राम सेवक एवं रोजगार सहायक द्वारा उन्हें पद से हटाने की साजिश रचने, प्रताड़ित करने जैसी गतिविधियां रची जा रही हैं। निर्वाचन के बाद भी महिला सरपंच को ग्राम पंचायत का रेकर्ड इतने महिनों से नही दिखाया जा रहा हैं। इसी तरह हाथमा गांव मे एक दलित विवाहिता के साथ 15 अगस्त के दिन हुए बलात्कार जैसे संगीन मामले मे भी पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार नही किया जा रहा हैं। पीड़िता के बयान भी धारा 164 मे लिये जा चुके हैं। इस तरह दोनों उत्पीड़न प्रकरणों मे इंसाफ की मांग को लेकर यह धरना दिया जा रहा हैं। मंगलवार को भी धरने पर महिला सरपंच इन्द्रा देवी के साथ स्वंय बलात्कार पीड़िता भी बैठी। धरना स्थल पर गडरा प्रधान तेजाराम कोडेचा, इशाखां समेजा, मलूकखां चैहान, अणदाराम भील तालसर, जानपालिया सरपंच सवाईराम पूनड़, थानाराम, पेंपोदेवी हाथमा, वगताराम मंसुरिया, नवाराम मंसुरिया, हजारीराम, मांगीलाल मंसुरिया, किशनलाल गर्ग, रामाराम बामणिया, चेतनराम मकवाना, हरीश मंसुरिया, अमराराम वसिये का तला, मारीयत भील वार्डपंच, जमाराम भील, जागीर कोली तालसर, ठाकराराम, त्रिलोकाराम सोमराड़, मीराराम मेघवाल, भारथाराम, लाखाराम, बाबूराम, पेमाराम कृष्ण का तला पहुंचे और आंदोलन का समर्थन किया। इसके बाद धरनार्थियों ने सह संयोजक हरखाराम मेघवाल के नेतृत्व मे एक समूह के रूप मे जिला कलक्टर से मुलाकात कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा तथा कार्यवाही की मांग की। जिला कलक्टर ने तालसर प्रकरण मे मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देश दिये।
बाड़मेर, 6 अक्टूबर। कलक्टर कार्यालय के बाहर दलित अत्याचार निवारण समिति के बैनर पर मंगलवार को दूसरे दिन भी बेमियादी धरना जारी रहा। समिति के सह संयोजक हरखाराम मेघवाल ने बताया कि ग्राम पंचायत तालसर की दलित सरपंच इंद्रा देवी के अधिकारों पर अतिक्रमण कर भ्रष्ट ग्राम सेवक एवं रोजगार सहायक द्वारा उन्हें पद से हटाने की साजिश रचने, प्रताड़ित करने जैसी गतिविधियां रची जा रही हैं। निर्वाचन के बाद भी महिला सरपंच को ग्राम पंचायत का रेकर्ड इतने महिनों से नही दिखाया जा रहा हैं। इसी तरह हाथमा गांव मे एक दलित विवाहिता के साथ 15 अगस्त के दिन हुए बलात्कार जैसे संगीन मामले मे भी पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार नही किया जा रहा हैं। पीड़िता के बयान भी धारा 164 मे लिये जा चुके हैं। इस तरह दोनों उत्पीड़न प्रकरणों मे इंसाफ की मांग को लेकर यह धरना दिया जा रहा हैं। मंगलवार को भी धरने पर महिला सरपंच इन्द्रा देवी के साथ स्वंय बलात्कार पीड़िता भी बैठी। धरना स्थल पर गडरा प्रधान तेजाराम कोडेचा, इशाखां समेजा, मलूकखां चैहान, अणदाराम भील तालसर, जानपालिया सरपंच सवाईराम पूनड़, थानाराम, पेंपोदेवी हाथमा, वगताराम मंसुरिया, नवाराम मंसुरिया, हजारीराम, मांगीलाल मंसुरिया, किशनलाल गर्ग, रामाराम बामणिया, चेतनराम मकवाना, हरीश मंसुरिया, अमराराम वसिये का तला, मारीयत भील वार्डपंच, जमाराम भील, जागीर कोली तालसर, ठाकराराम, त्रिलोकाराम सोमराड़, मीराराम मेघवाल, भारथाराम, लाखाराम, बाबूराम, पेमाराम कृष्ण का तला पहुंचे और आंदोलन का समर्थन किया। इसके बाद धरनार्थियों ने सह संयोजक हरखाराम मेघवाल के नेतृत्व मे एक समूह के रूप मे जिला कलक्टर से मुलाकात कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा तथा कार्यवाही की मांग की। जिला कलक्टर ने तालसर प्रकरण मे मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देश दिये।
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