हनुमानगढ़ नकली नोट मामले में सरपंच गिरफ्तार
हनुमानगढ़ लखूवाली नकली नोट प्रकरण में फरार चल रहे मुख्य आरोपित को जंक्शन पुलिस ने रविवार रात बीकानेर क्षेत्र से गिरफ्तार किया। उसे सोमवार को न्यायालय में पेश कर जेल भिजवा दिया गया। इस मामले में पुलिस पहले तीन जनों को गिरफ्तार कर उनको न्यायिक अभिरक्षा में भिजवा चुकी है। उनमें से एक आरोपित सरपंच का पुत्र था। थाना प्रभारी रणवीरसिंह मीणा ने बताया कि मामले के मुख्य आरोपित लखूवाली सरपंच मुन्सफ अली (56) पुत्र इमामबख्श नोटों की बरामदगी की कार्रवाई के बाद से फरार चल रहा था। उसे बीकानेर क्षेत्र से रिश्तेदारों के यहां से पकड़ा गया।
उल्लेखनीय है कि मुखबिर की सूचना पर टाउन पुलिस ने 12 अगस्त की रात लखूवाली में एक दुकान पर छापा मारा। वहां से 18 हजार के नकली नोट तथा प्रिंटर जब्त किए गए। मौके से काका सिंह पुत्र मानासिंह बाजीगर निवासी चक 9 एसएसडब्ल्यू, अनवर पुत्र मुन्सफ अली निवासी चक 10 आरपी तथा अब्दुल खालिद पुत्र यासीन खां निवासी चक 11 आरपी को पकड़ा गया। पूछताछ में पता चला कि आरोपितों ने पहली बार ही जाली नोट बनाने का धंधा शुरू किया था। बाजार में ज्यादा नकली नोट उतारने से पहले ही पुलिस ने उनको दबोच लिया। टाउन थाना प्रभारी पुष्पेन्द्र सिंह के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई की जांच जंक्शन थाना प्रभारी रणवीरसिंह मीणा को सौंप दी गई थी।
कितने के नोट
आरोपितों से कुल 52 नकली नोट बरामद किए गए। इनमें से एक भी 1000 रुपए का नोट नहीं था। आसानी से चलाने तथा संदेह से बचने के लिए 100 रुपए के 20 जाली नोट बनाए थे। जबकि शेष नोट 500 के थे। इसकी वजह यह थी कि 100 रुपए का नोट नकली है या असली, इसकी पड़ताल बहुत कम की जाती है।
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