नवरात्रि: ये है घट स्थापना की विधि, जानिए शुभ मुहूर्त
मां शक्ति की आराधना का पर्व नवरात्रि कल (13 अक्टूबर, मंगलवार) से शुरू हो रहा है। नवरात्रि के पहले दिन माता दुर्गा की प्रतिमा तथा घट (कलश) की स्थापना की जाती है। इसके बाद ही नवरात्रि उत्सव का प्रारंभ होता है। माता दुर्गा व घट स्थापना की विधि तथा शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं-
ये है घट स्थापना की विधि
पवित्र स्थान की मिट्टी से वेदी बनाकर उसमें जौ, गेहूं बोएं। फिर उनके ऊपर अपनी इच्छा अनुसार सोने, तांबे अथवा मिट्टी के कलश की स्थापना करें। कलश के ऊपर सोना, चांदी, तांबा, मिट्टी, पत्थर या चित्रमयी मूर्ति रखें। मूर्ति यदि कच्ची मिट्टी, कागज या सिंदूर आदि से बनी हो और स्नानादि से उसमें विकृति आने की संभावना हो तो उसके ऊपर शीशा लगा दें।
मूर्ति न हो तो कलश पर स्वस्तिक बनाकर दुर्गाजी का चित्र पुस्तक तथा शालग्राम को विराजित कर भगवान विष्णु का पूजन करें। नवरात्रि व्रत के आरंभ में स्वस्तिक वाचन-शांतिपाठ करके संकल्प करें और सबसे पहले भगवान श्रीगणेश की पूजा कर मातृका, लोकपाल, नवग्रह व वरुण का सविधि पूजन करें। फिर मुख्य मूर्ति का पूजन करें। दुर्गादेवी की आराधना-अनुष्ठान में महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती का पूजन तथा मार्कण्डेयपुराणान्तर्गत निहित श्रीदुर्गासप्तशती का पाठ नौ दिनों तक प्रतिदिन करना चाहिए।
घट स्थापना के शुभ मुहूर्त
सुबह 9:00 बजे से 11:15 बजे तक (वृश्चिक लग्न)
सुबह 11:36 बजे से दोपहर 12:15 बजे तक (अभिजीत मुहूर्त)
दोपहर 3:10 बजे से 4:35 बजे तक (कुम्भ लग्न)
शाम 4:50 बजे से 6: 00 बजे तक (मीन लग्न)
शाम 7:50 बजे से रात 9:48 बजे तक (वृष लग्न)
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