ब्यावर।तैरते मिले मासूम बहनों के शव..फूट पड़ी रुलाई
ब्यावर। अग्निशमन दल की ओर से राजसमंद क्षेत्र के डूंगरखेड़ा नाइकों का बाडिय़ा स्थित तालाब में दस घंटे का रेस्क्यू ऑपरेशन सफल रहा। तालाब में डूबी मासूम बहनों के शव को दमकल के गोताखोरों ने बाहर निकाल लिया। रात में रोशनी का इंतजाम नहीं होने पर टॉर्च व दमकल सहित पुलिस की गाडिय़ों की हैडलाइट से ही तालाब में तलाशी का काम शुरू हुआ।
अग्निशमन दल के अधिकारी माणक बोहरा ने बताया कि डूंगर खेड़ा से सूचना मिली कि दो बहनें वनीला (6) व ननीला (9) तालाब में डूब गई हैं। इसके बाद टीम मौके पर पहुंच गई। गोताखोर सुरेन्द्र रावल, रमेश सोलंकी, जयचंद, मुकेश, रामसिंह व गुलाब काठात ने तालाब में तलाश शुरू की। तालाब का विस्तार ज्यादा होने से परेशानी हुई। टीम ने रस्सों व अन्य उपकरणों की सहायता से तालाब के अंदर तलाश शुरू की।
ऑपरेशन के एक घंटे बाद वनीला का शव तालाब के पैंदे में झाडिय़ों के अंदर मिल गया। टीम ने तालाब के बीच व दूसरे कोनों से तलाश शुरू की। सुबह साढ़े सात बजे करीब तालाब की पाल से 200 मीटर की दूरी पर तालाब के अंदर झाडिय़ों में फंसा ननीला का शव मिल गया।
शवों को तलाशने के दौरान ग्रामीणों, पुलिस व दमकल की गाड़ी में लगी हैडलाइट का सहारा लिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि दोनों बहनें शाम को तालाब की पाल के आस-पास ही बकरियां चरा रही थीं। शायद बकरियों को पानी पिलाने के दौरान पैर फिसलने से दोनों तालाब में गिर गई होंगी। शाम तक वापस घर नहीं लौटने पर सभी को शक हुआ। इसी कारण तालाब के आस-पास तलाशी अभियान शुरू किया गया। कार्रवाई के दौरान सरपंच कूपसिंह सहित थानाधिकारी व ग्रामीण मौजूद थे।
ब्यावर। अग्निशमन दल की ओर से राजसमंद क्षेत्र के डूंगरखेड़ा नाइकों का बाडिय़ा स्थित तालाब में दस घंटे का रेस्क्यू ऑपरेशन सफल रहा। तालाब में डूबी मासूम बहनों के शव को दमकल के गोताखोरों ने बाहर निकाल लिया। रात में रोशनी का इंतजाम नहीं होने पर टॉर्च व दमकल सहित पुलिस की गाडिय़ों की हैडलाइट से ही तालाब में तलाशी का काम शुरू हुआ।
अग्निशमन दल के अधिकारी माणक बोहरा ने बताया कि डूंगर खेड़ा से सूचना मिली कि दो बहनें वनीला (6) व ननीला (9) तालाब में डूब गई हैं। इसके बाद टीम मौके पर पहुंच गई। गोताखोर सुरेन्द्र रावल, रमेश सोलंकी, जयचंद, मुकेश, रामसिंह व गुलाब काठात ने तालाब में तलाश शुरू की। तालाब का विस्तार ज्यादा होने से परेशानी हुई। टीम ने रस्सों व अन्य उपकरणों की सहायता से तालाब के अंदर तलाश शुरू की।
ऑपरेशन के एक घंटे बाद वनीला का शव तालाब के पैंदे में झाडिय़ों के अंदर मिल गया। टीम ने तालाब के बीच व दूसरे कोनों से तलाश शुरू की। सुबह साढ़े सात बजे करीब तालाब की पाल से 200 मीटर की दूरी पर तालाब के अंदर झाडिय़ों में फंसा ननीला का शव मिल गया।
शवों को तलाशने के दौरान ग्रामीणों, पुलिस व दमकल की गाड़ी में लगी हैडलाइट का सहारा लिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि दोनों बहनें शाम को तालाब की पाल के आस-पास ही बकरियां चरा रही थीं। शायद बकरियों को पानी पिलाने के दौरान पैर फिसलने से दोनों तालाब में गिर गई होंगी। शाम तक वापस घर नहीं लौटने पर सभी को शक हुआ। इसी कारण तालाब के आस-पास तलाशी अभियान शुरू किया गया। कार्रवाई के दौरान सरपंच कूपसिंह सहित थानाधिकारी व ग्रामीण मौजूद थे।
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