सोमवार, 5 अक्तूबर 2015

वाराणसी: साधु-संतो की रैली में पुलिस और संत समर्थकों में झड़प, फूंकी गई गाड़ियां, 4 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू


वाराणसी: साधु-संतो की रैली में पुलिस और संत समर्थकों में झड़प, फूंकी गई गाड़ियां, 4 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू


साधु-संतों की प्रतिकार यात्रा के दौरान हुई हिंसक झड़प के बाद पुलिस ने शहर के चार थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया है। जिन पुलिस स्टेशनों में कर्फ्यू लगाया गया है, उनमें कोतवाली, दशाश्वमेध, लक्सा और चौक शामिल है। दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ियों पर पथराव किया। प्रदर्शनकारियों ने गुस्से में कई गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने भी जमकर लाठीचार्ज किया। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हई संघर्ष में सिपाही समेत दो लोगों की हालात गंभीर है।

क्या है मामला?

वाराणसी में पिछले दिनों गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए लाठीचार्ज के खिलाफ साधु संतो ने सोमवार को अन्याय प्रतिकार यात्रा निकाली। इसमें हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। चार बजे के आस-पास यात्रा टाऊन हाल मैदान से गोदौलिया के लिए कूच कर गई। यात्रा जैसे ही नीचीबाग से आगे बढ़ी कुछ अराजक तत्वों ने पुलिस पर पथराव कर दिया और पुलिस जीप भी फूंक दी। जिसके बाद बवाल बढ़ गया और पुलिस को एक बार फिर संतों पर लाठी चलानी पड़ी। पथराव के चलते कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।




यात्रा में शामिल थे देशभर से आए हुए साधु-संत

यात्रा में हजारों साधु-संतों के साथ विभिन्न संगठनों के लोग शामिल थे। हर तरफ सिर्फ बाबा विश्वनाथ के उद्घोष हो रहे थे। अनहोनी की आशंका के चलते पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के तगड़े इंतजाम किए गए थे। दोपहर तीन बजे के आसपास स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज टाऊन हाल मैदान पहुंचे और वहां सभा को संबोधित किया। उनके अलावा कई और संतों ने लोगों को संबोधित किया और हर हाल में गंगा में ही प्रतिमा विसर्जन का संकल्प दोहराया। इस दौरान प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर आग उगली गई। यात्रा साढ़े चार बजे नीचीबाग को पार कर गई थी। इससे पहले रैली में भाग लेने के लिए चक्रपाणि महाराज, विहिप नेता साध्वी प्राची व अयोध्या समेत कई शहरों से लगभग 50 हजार साधु संत आ चुके थे।




साध्वी ने फिर दिया विवादित बयान

इस दौरान साध्वी प्राची ने दादरी मामले को लेकर एक बार फिर से विवादित बयान दिया। उन्होंने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'एक तरफ काशी में साधु-संतों पर लाठियां बरसाई जाती है। वहीं, दूसरी ओर गोमांस खानेवाले परिवार को घुटने के बल बैठकर अपने पास बुलाती है और 45 लाख देने का एलान करती है।'




सुरक्षा के व्यापक इंतजाम

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया कि शहर में बडी संख्या में पुलिस बल तैनात किये गए हैं। प्रस्तावित यात्रा मार्गों सहित संवेदनशील इलाकों में स्थानीय पुलिस कर्मियों के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और पीएसी के जवानों को तैनात किया गया है । पुलिस अधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गए हैं। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान मैदागिन से दशाश्वमेध धाट तक सामान्य वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। यात्रा मार्ग से जुडऩे वाले तमाम छोटे मार्गों पर सुरक्षाकर्मी विशेष निगरानी रख रहे हैं।

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