बीकानेर बीएड में होंगे अब सोलह प्रश्न-पत्र
महाराजा गंगा ङ्क्षसह विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय के शिक्षा संकाय के दो वर्षीय शिक्षा स्नातक (बीएड) सत्र 2015-16 के पाठ्यक्रम को सेमेस्टर आधार पर जारी किया गया है।
इस पाठ्यक्रम को राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) नई दिल्ली एवं राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (एनसीएफ) 2005 तथा राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा पाठ्यचर्या रूपरेखा (एनसीएफटीई) 2009 के शिक्षक-शिक्षा प्रतिमानों के आधार पर तैयार किया गया है।
दो वर्षीय पाठ्यक्रम को छह माह के अंतराल में कुल चार सेमेस्टर में विभाजित किया गया है। प्रत्येक सेमेस्टर में चार प्रश्न-पत्र के अध्ययन-अध्यापन के बाद परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस प्रकार कुल सोलह प्रश्न-पत्र होंगे।
अक्टूबर से प्रारम्भ होगा शिक्षण कार्य
ज्ञात हो कि बीएड प्रवेश परीक्षा महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर के अधीन है, जबकि बीएड मुख्य परीक्षा राज्य के सभी जिलों से संबंधित विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित की जाएगी।
महाराजा गंगा ङ्क्षसह विश्वविद्यालय के अधीन चार जिले हैं, जिनमें श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू तथा बीकानेर में कुल 106 बीएड कॉलेज हैं।
राज्य में कुल 8 सौ बीएड कॉलेज हैं, राज्य के प्रत्येक विश्वविद्यालय को यह अधिकार होगा कि वह बीएड को वार्षिक परीक्षा के रूप में अथवा सेमेस्टर रूप में लागू करे।
वर्तमान में बीएड विद्यार्थियों का प्रवेश कार्य 8 अक्टूबर तक होगा तथा शिक्षण कार्य 11 अक्टूबर से प्रारम्भ होगा।
क्या बोले शिक्षाविद्
शिक्षाविद डॉ. राजेन्द्र श्रीमाली ने बताया कि प्रत्येक सेमेस्टर में विद्यार्थी को सैद्धांतिक कार्य में 80 प्रतिशत और व्यवहारिक कार्य में 90 प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करनी होगी।
पहले सेमेस्टर का बाह्य मूल्यांकन 230 अंक तथा आंतरिक मूल्यांकन 120 अंक होगा। जबकि दूसरा सेमेस्टर क्रमश: 180:120 अंकों, तीसरा सेमेस्टर क्रमश: 190:160 तथा चौथा सेमेस्टर क्रमश: 220:130 अंकों का होगा।
चारों सेमेस्टर में व्यावसायिक क्षमता अभिवृद्धि के लिए विद्यार्थियों को शिक्षा से संबंधित प्रोजेक्ट दिया जाएगा, जिस पर विद्यार्थी कार्य करेंगे।
व्यावहारिक कार्य के कुल 150 अंक होंगे जो सूक्ष्म शिक्षण, प्रेक्टिस टीचिंग, समालोचन शिक्षण, अवलोकन, शिक्षण सहायक सामग्री, वनशाला शिविर, क्रियात्मक अनुसंधान, सेमिनार्स आदि कार्यों में विभक्त होंगे।
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