मंगलवार, 8 सितंबर 2015

जैसलमेर में समारोहपूर्वक मनाया गया अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस

जैसलमेर में समारोहपूर्वक मनाया गया अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस


साक्षरता से वंचित लोगों को साक्षर कराने में जनप्रतिनिधि भी निभाएं अपनी महती भूमिका - जिला प्रमुख मेघवाल

जैसलमेर, 08 सितंबर/ जैसलमेर में अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस समारोहपूर्वक मनाया गया। जिला मुख्यालय पर अटल सेवा केन्द्र जिला परिषद में जिला स्तरीय समारोह का आयोजन जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलदेवसिंह उज्जवल ने की एवं पंचायत समिति जैसलमेर के प्रधान अमरदीन, वरिष्ठ साहित्यकार दीनदयाल ओझा, षिक्षाविद् बालकृष्ण जोषी विषिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

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जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल ने विष्व साक्षरता दिवस पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि षिक्षा की दृष्टि से पिछडे जैसलमेर जिले में साक्षरता का बहुत अधिक महत्व है। उन्होंने कहा कि जितने लोग अभी भी निरक्षर है उनको साक्षर बनाने के लिए साक्षरता कार्यक्रम में गति प्रदान करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिले के जनप्रतिनिधि भी इसमे अपनी महती भूमिका निभाएंगे एवं जो भाई बहिन निरक्षर है उनको वर्ष 2017 से पहले शत प्रतिषत साक्षर करना है ऐसा भी हमें संकल्प लेना होगा। उन्होंने कहा कि मानव जीवन में षिक्षा का बहुत अधिक महत्व है एवं इसके लिए सबसे पहले व्यक्ति को साक्षर होना बहुत जरूरी है। उन्होंने इस मौके पर साक्षरता दिवस कार्यक्रमो की कडी में आयोजित की गई रंगोली कार्यक्रम की श्रेष्ठ छात्राओं के साथ ही अन्य भाग लेने वाली छात्राओं को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी उज्जवल ने कहा कि जैसलमेर में संचालित हुए साक्षरता कार्यक्रम से यहां के लोगो को साक्षर होने का बहुत अच्छा अवसर मिला है लेकिन जितनी उपलब्धि होनी चाहिए थी उतनी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि हमे आज के दिन संकल्प लेना है कि सभी असाक्षर व्यक्तियों को शत प्रतिषत साक्षर करके ही उनको षिक्षा से जोडना है।







उन्होंने कहा कि साक्षरता अभियान को गति देने के लिए पंचायतीराज जनप्रतिनिधियों की भी सहभागिता भी जरूरी है इसलिए वे भी इसमें सहयोग करें एवं जहां भी लोक षिक्षा केन्द्रों पर प्रेरक साक्षरता का कार्य कर रहे है उनके कार्यों का भी अवलोकन करें। उन्होंने इस अवसर पर स्वयंषिक्षक प्रेरक के रूप में बेहतरीन सेवा देने वाले दीपचंद अमरसागर, सवाईसिंह कोटडी व मगाराम लौहारकी को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।

पंचायत समिति जैसलमेर के प्रधान अमरदीन फकीर ने कहा कि अब पंचायतीराज संस्था में चुने हुए जनप्रतिनिधि भी पढे लिखे है इसलिए वे भी साक्षरता मिषन में अपना पूरा योगदान देंगे। उन्होंने विष्वास दिलाया कि जिले को शत प्रतिषत साक्षर बनाने के लिए हमे दृढ संकल्प लेना होगा एवं जो भी व्यक्ति निरक्षर रह गया है उसको किसी भी सूरत में प्रेरित करके उनको लोक षिक्षा केन्द्रो से जोडकर उन्हें साक्षर बनाना है। उन्होंने इस दौरान अमरसागर के अहसान खां, लौहारकी की सुश्री गीता, फतेहगढ के बहादुर खां को पुरस्कृत किया।

इस मौके पर वरिष्ठ साहित्यकार दीनदयाल ओझा, षिक्षाविद् बालकृष्ण जोषी ने कहा कि निरक्षरता एक मानव जीवन के लिए अभिषाप है एवं उसको मिटाने के लिए हमें आगे आना होगा एवं लोगो को साक्षर करना होगा। उन्होंने स्थानीय लोक कथाओं, लोक संस्कृति एवं साहित्य के माध्यम से भी असाक्षरो को जोडकर उनको साक्षर करने का प्रयास करें एवं उन्हे अक्षर ज्ञान प्रदान करें। जोषी ने शत प्रतिषत साक्षर होने वाली ग्राम पंचायत के सरपंच को सम्मानित करने का भी सुझाव दिया ताकि उनकी प्रतिस्पद्र्वा से अन्य सरपंच भी सीख लें। कैप्टन करणसिंह ने कहा कि मनुष्य को साक्षर होना आज के युग में बहुत ही जरूरी है। उन्होंने इस पुण्य कार्य में पूरा सहयोग देने का विष्वास दिलाया।

प्रारंभ में जिला साक्षरता एवं सतत षिक्षा अधिकारी राजकुमार विष्नोई ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि जिले के सर्वे के अनुसार चिन्हित असाक्षर एक लाख तीन हजार 909 में से 68 हजार 436 व्यक्ति साक्षर की श्रेणी प्राप्त कर चुके है तथा शेष 35 हजार 473 को साक्षर करने का कार्यक्रम जारी है। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की तस्वीर पर दीप प्रज्जवलित किया गया वहीं बालिकाओं द्वारा सरस्वती वंदना पेष की गई। कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता बराईदीन सांवरा ने किया। कार्यक्रम में जिला षिक्षा अधिकारी माध्यमिक हरिप्रकाष डंडोर, प्रारंभिक प्रतापसिंह कस्वा, सहायक निदेषक हिम्मतसिंह कविया, उपनिदेषक महिला एवं बाल विकास स्नेहलता पंवार, सहायक निदेषक कृषि रणजीत सर्वा, अन्तर्राष्ट्रीय लोक कलाकार गाजी खां बरना के साथ ही अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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