बुधवार, 9 सितंबर 2015

बालोतरा। बरसी महोत्सव में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब



बालोतरा। बरसी महोत्सव में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब

-मंदिर परिसर में हुए विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान।

-लोकप्रिय भजनगायकों की सुमधुर भजनों स्वरलहरियों पर झूमें श्रोता।

-भजन संध्या में लगाई विभिन्न चढ़ावें की बोलियों में भक्त-भाविकों ने बढ़-चढ़कर लिया भाग।


-सुख-समृद्धि व खुषहाली के लिए यजमानों ने दी यज्ञवेदी में आहुतियां।

बालोतरा। निकटवर्ती ऊमरलाई गांव में स्थित जूना अखाड़ा पर स्व. श्री खुशालगिरी महाराज की समाधि की 192 वीं बरसी एवं समाधि स्थल पर निर्मित मंदिर प्रतिष्ठा का 17 वां महोत्सव बुधवार को उत्साह व उमंग के साथ धूमधाम से मनाया गया। दो दिवसीय बरसी महोत्सव के दौरान अखाड़ा के महंत रामानंद सरस्वती महाराज के सानिध्य में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया। क्षेत्र की खुशहाली के लिए वेदपाठी ब्राह्मणों के वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ श्रद्धालुओं ने यज्ञवेदी में आहुतियां दी तथा सुख-समृद्धि की कामना की। बरसी महोत्सव की पूर्व संध्या पर मंदिर परिसर में आयोजित भजन संध्या में लगाई गई विभिन्न चढ़ावे की बोलियों में धर्मप्रेमी बंधुओं से उत्साह के साथ बढ़-चढ़कर भाग लिया। महोत्सव कार्यक्रम में आस-पास के संत-महात्माओं, मठाधीशों के अलावा जनप्रतिनिधियों व गणमान्य नागरिकों ने शिरकत की।

महंत रामनंद सरस्वती महाराज ने बताया कि मंदिर प्रतिष्ठा महोत्सव के उपलक्ष में बुधवार को प्रातःकालीन शुभवेला में मंदिर प्रतिष्ठित प्रतिमाओं को पंचामृत से स्नानादि करवाकर आरती की गई। इसके लाभार्थी परिवारजनों ने मंदिर नवीन ध्वज पताका फहराई। इसके बाद वेदपाठी ब्राताणों के वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ यजमानों ने आहुतियां देकर सुख-समृद्धि के साथ क्षेत्र की खुशहाली की कामना की। उन्होंने बताया कि आयोजन को लेकर श्रद्धालुओं की सुविधार्थ की गई विभिन्न व्यवस्थाओं में पूनमसिंह, मांगीलाल, तुलससिंह, भंवरसिंह, नारायण सैन, विक्रमसिंह, देेवीसिंह गोयल, बंशीलाल प्रजापत सहित कई लोगों ने सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम के दौरान काकराला सरपंच वगताराम प्रजापत, कनाना सरपंच प्रतिनिधि मोहनसिंह राजपुरोहित, तिलोकाराम चैधरी जेठंतरी सहित आस-पास इलाके के हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन कैलाशचंद्र मीणा ने किया।

चढ़ावे की बोलियों में इन्होंने दिया आस्था का परिचयः- खुशालगिरी महाराज की समाधि एवं समाधि स्थल पर निर्मित मंदिर प्रतिष्ठा एवं बरसी महोत्सव को लेकर लगाई गई विभिन्न चढ़ावे की बोलियों में धर्मावलंबियों ने उत्साह के साथ भाग लिया। इस दौरान लाभार्थी परिवार शैतानसिंह भूरसिंह राठौड़ ऊमरलाई ने मंदिर षिखर पर नवीन ध्वज पताका फहराने का लाभ लिया। वहीं पूर्व सरपंच वगतावरसिंह माधोसिंह दहिया ने पुष्पवर्षा का लाभ लिया तथा गुलाल वर्षा का लाभ लाभार्थी परिवार सोमराज पीराराम पालीवाल ऊमरलाई ने लिया। इसी प्रकार मंदिर परिसर में आयोजित होने वाले विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों के लिए पक्के मंच निर्माण करवाने का लाभ प्रवीणसिंह मालमसिंह राठौड़ परिवार ऊमरलाई ने लिया। समारोह में आए साधु-संतों की भेंट पूजा का लाभ जबरसिंह किषनसिंह सेवड़ परिवार ने लिया। वहीं बरसी महोत्सव में आए श्रद्धालुओं के लिए ऊमरलाई ग्रामवासियों की ओर से महाप्रसादी रखी गई।

सुर सरिता में रात भर गोते लगाते रहे श्रोताः- महोत्सव के उपलक्ष में आयोजित भजन संध्या में लोकप्रिय भजन गायकों ने सुमधुर भजनों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को भोर तक बांधे रखा। भजन संध्या का आगाज मषहूर भजन गायक षिवपुरी महाराज ने गणपति वंदना की प्रस्तुति देकर किया। वहीं भजन गायक रामेष्वर माली, बाबुलाल नाई पटाऊ, घेवर सुथार सरवड़ी, केराराम मेघवाल, चंद्रदास संत ऊमरलाई, भंवर गोयणा व डूंगरभारती पचपदरा ने गुरु महिमा, हेली, फकीरी सहित विभिन्न देवी-देवताओं के जीवन पर आधारित भजन प्रस्तुति देकर वाह-वाही लूटी। भजन संध्या में स्थानीय सरपंच रूपसिंह, उप सरपंच अमराराम सुथार, समाजसेवी युसुुफ भाई भांतगर, ओमप्रकाष प्रजापत बालोतरा, लूणाराम राजपुरोहित सहित कई ग्रामीण उपस्थित थे।

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