बाड़मेर/ पयुर्षण महा पर्व पर होगें विभिन्न कार्यक्रम
बाड़मेर/ महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमणजी की विदुषी सुषिष्य साध्वी श्री संघप्रभा (ठाणा-5) के पावन सानिध्य में जैन श्वेताम्बर तेरापंथ भिक्षु कुंज के तत्वाधान में पयुर्षण महापर्व के नवाहिक्क कार्यक्रम तारीख 10 सितम्बर 2015 से 18 सितम्बर 2015 विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होगा।
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ ट्रस्ट समाज के उपाध्यक्ष पारसमल गोलेच्छा ने बताया की पयुर्षण महापर्व के नवाहिक्क कार्यक्रम अपुर्ण उत्साह के साथ आचार्य श्री महाश्रमणजी की विदुषी सुशिष्या साध्वी श्री संघप्रभाजी के सानिध्य में पयुर्षण महापर्व दिनों में श्रावक समुदाय अपनी-अपनी आम्नाए अनुसार विभिन्न धर्मचर्याए साधते है। उपवास, पोषध, त्याग, प्रव्याख्यान, प्रतिक्रमण, सामायिक, मौन, प्राणायाम, आसन योग, ध्यान, गुरू वंदना, एकासन, नमस्कार मंत्र की माला, ओम भिक्षु की माला, आत्मा लाॅचन आदि धर्म क्रियाए बड़ी संख्या में होती है। पयुर्षण के दिनों में प्रत्येक श्रावक-श्राविकाए कुछ दिन उपवास में व्यतित करते है। पयुर्षण महापर्व जिस दिन प्रारम्भ होता है उस दिन अधिकतर श्रावक उपवास रखते है। संवत्सरी महापर्व पयुर्षण का अन्तिम दिन होता है। संवत्सरी को सभी श्रावक अनिवार्यत उपवास रखते है व प्रतिक्रमण की आराधना करते हैं। पोषध, आत्मा लोचन आदि धार्मिक क्रिया कर पुरा दिन धर्म साधना में व्यतित करते है। पयुर्षण महापर्व की आराधना के तीन सुत्र है- 1. समता 2. क्षमा 3. सयंम, पयुर्षण महापर्व पर कई धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होगें। पयुर्षण महापर्व पर भाईयों - बहनों का नवकार महामंत्र अखण्ड जाप होगा। दिनांक 10 सितम्बर 2015 प्रातः 9 बजे प्रवचन, रात्री 8 बजे संगीत प्रतियोगिता। 11 सितम्बर 2015 प्रातः 9 बजे स्वाध्याय दिवस, रात्री 8 बजे म्युजिकल हाऊजी। 12 सितम्बर 2015 प्रातः 9 बजे सामायिक दिवस, रात्री 8 बजे अभिनव अन्तराक्षरी, 13 सितम्बर 2015 प्रातः 9 बजे वाणी सयंम दिवस, रात्री 8 बजे तुलसी प्रष्न मंत्र (क्वीज प्रतियोगिता) । 14 सितम्बर 2015 प्रातः 9 बजे अणुव्रत चेतना दिवस, रात्री 8 बजे बुद्धि परिक्षण प्रतियोगिता, 15 सितम्बर 2015 प्रातः 9 बजे जप दिवस, रात्री 8 बजे सांस्कृतिक संध्या (परिसंवाद) कार्यक्रम, जुआ खेलना घर की बर्बादी ( परिसंवाद , कन्या मण्डल) संस्कारो की सौरभं ( परिसंवाद, ज्ञानषाला बच्चो के द्वारा )। 16 सितम्बर 2015 प्रातः 9 बजे ध्यान दिवस, रात्री 8 बजे विविध भारती (खुला मंच) । 17 सितम्बर 2015 प्रातः 9 बजे सवत्सरी महापर्व भगवान महावीर स्वामी के 27 भव का वाचन, रात्री 7 बजे सामुहिक प्रतिक्रमण, 18 सितम्बर 2015 प्रातः 6 बजे क्षमायाचना दिवस।
सभी जैन धर्मावलम्बी भाई-बहनों से अनुरोध है। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सदस्य अपना नाम तेरापंथ साध्वी से लिखावें। जिनकी जानकारी तेरापंथ सभा के उपाध्यक्ष पारसमल गोलेच्छा ने दी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें