शुक्रवार, 18 सितंबर 2015

बाड़मेर। टिकाऊ आजीविका के लिए गरीब परिवारांे को मिलेगा प्रशिक्षण

बाड़मेर। टिकाऊ आजीविका के लिए गरीब परिवारांे को मिलेगा प्रशिक्षण


आईपीपीआई-द्वितीय चरण के तहत गरीब परिवारांे को उनकी प्राथमिकता एवं संसाधनांे के आधार पर टिकाऊ आजीविका दिलाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।



बाड़मेर, 18 सितंबर। आईपीपीआई-द्वितीय के जरिए गरीब परिवारांे को उनकी जरूरत के मुताबिक स्थाई रोजगार मुहैया कराने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक गांव में जरूरतमंद परिवारांे का सर्वे करने के साथ विस्तृत कार्य योजना तैयार की जाएगी। ब्लाक स्तर पर ब्लाक रिसोर्स टीम चयनित कर 24 सितंबर से पहले प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए गए है।


जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने बताया कि आईपीपीई द्वितीय चरण के तहत बाड़मेर समेत प्रदेश के 22 जिलों एवं 84 पंचायत समितियांे में गरीब परिवारांे को टिकाऊ आजीविका दिलाने के लिए प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। इसके तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत मंे चयनित चार सदस्यीय ब्लाक प्लानिंग टीम के माध्यम से ग्रामवार जरूरतमंद परिवारांे का सर्वे किया जाएगा। इसमंे महात्मा गांधी नरेगा का श्रम बजट और निसहाय परिवारांे की आजीविका का नियोजन होगा। उन्हांेने बताया कि आईपीपीई के द्वितीय चरण के लिए 2 अक्टूबर से ग्राम सभाआंे का आयोजन होगा। इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए गए है। संबंधित ग्राम पंचायतांे में जोब कार्ड एवं पास बुक श्रमिकांे को सौंपने तथा दीवार लेखन संबंधित निर्देशांे के अनुरूप सूचनाएं अंकित करने को कहा गया है। जिला कलक्टर ने बताया कि आईपीपीई द्वितीय के क्रियान्वयन का पूर्ण उत्तरदायित्व ब्लाक स्तर पर विकास अधिकारी एवं जिला स्तर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी का होगा। इसके लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी को साप्ताहिक समीक्षा बैठक लेने के निर्देश दिए गए है।

25 अक्टूबर तक सर्वे कराने के निर्देशः ब्लाक प्लानिंग टीमांे को 25 अक्टूबर तक सर्वे का कार्य पूर्ण करवाकर ग्राम सभा में वार्षिक कार्य योजना को अनुमोदित कराने के निर्देश दिए गए है। ब्लाक एवं जिला स्तर पर वार्षिक कार्य योजना 20 दिसंबर तक तैयार की जानी है।

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