मुंबई।
पुणे में एक सनसनीखेज घटना का खुलासा हुआ है। यहां एक मां ने अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर सगे बेटे को मौत के घाट उतार दिया। हत्या के पीछे की वजह अपने बेटे की इंश्योरेंस पॉलिसी को हड़पना बताया जा रहा है।
आंशिक रूप से विकलांग पुणे के चैतन्य बालपांडे की हत्या का आरोप मां और उसके बॉयफ्रेंड पर है। इन दोनों ने पीट-पीट कर बालपांडे की हत्या कर दी थी। जांच और परिवार वालों के बयान से पुलिस को शक है कि मां राखी बालपांडे (36) अपने बेटे के नाम 10 लाख की इंश्योरेंस पॉलिसी को लेना चाहती थी इसलिए उसने हत्या की।
आरोपी महिला की मां ने बताया- बेटे को रखती थी भूखा
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक मां पर आरोप है कि वह अपने बेटे को भूखे रखती थी। वह अपने बेटे पर देर रात तक कसरत के लिए भी दबाव डालती थी। जानकारी के मुताबिक राखी के खिलाफ उसकी अपनी मां ने अगवा करने की एफआईआर दर्ज कराने की भी धमकी दी थी। राखी की मां ने बताया कि वह (राखी) चैतन्य का उत्पीड़न करती है, लेकिन वह उसे बचाना चाहतीं थी। एक महिला पड़ोसी ने भी राखी की हरकतों के खिलाफ हस्तक्षेप करने की कोशिश की थी। राखी ने अपने पति के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश की थी।
बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर की हत्या
एक सीनियर ऑफिसर ने बताया, 'राखी को पता था कि उसके पति ने अपने बेटे चैतन्य के लिए 10 लाख की इंश्योरेंस पॉलिसी ले रखी है। वह अपने पति से जिद करती थी कि इस पॉलिसी के लाभार्थी में उसका नाम दर्ज कराया जाए। राखी और उसके कथित बॉयफ्रेंड सुमित ने चैतन्य की हत्या को दुर्घटनाग्रस्त मौत साबित करने के लिए कई नाकाम कोशिश की ताकि वे इंश्योरेंस के पैसे हासिल कर सकें।
बेटे पर लगाया सेक्सुअल रिलेशन बनाने का आरोप
चैतन्य को राखी 5 अगस्त को हॉस्पिटल लेकर गई थी। शुरू में उसने दावा किया वह बाथरूम में गिर गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि चैतन्य को जमकर मारा गया है। उसके पेट और सीने में गंभीर चोट की बात आई थी। बाद में राखी ने इस बात को कबूल किया कि उसने अपने बेटे को बैट से मारा था। लेकिन इसके साथ ही उसने यह भी दावा किया कि उसका बेटा उसके साथ सेक्सुअल रिलेशन बनाना चाहता था।
मेडिकल और पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक भी यह बात सामने आई कि चैतन्य को बैट से मारा गया है। जिस बैट से चैतन्य की पिटाई की गई उसे भी फोरेंसिक लैब में भेज दिया गया है। राखी और उसके बॉयफ्रेंड को अरेस्ट कर लिया गया और उन्हें 12 अगस्त तक पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
हत्या को एक्सीडेंट साबित करने के लिए गढ़ीं कई कहानियां
इस मामले की जांच कर रहे विशरांतवाड़ी पुलिस स्टेशन के असिस्टेंट इंस्पेक्टर सूर्यकांत मारोडे ने कहा, 'राखी और उसके पति तरुण के बीच रंजिश थी। राखी अपने बेटे की इंश्योरेंस पॉलिसी पर दावा करना चाहती थी। इसके लिए बेटे की मौत जरूरी थी। वह चैतन्य की हत्या को दुर्घटना साबित चाहती थी। इसके लिए उसने चैतन्य की हत्या को लेकर कई कहानियां गढ़ीं।
हम लोगों ने इस मामले में फिर से जांच शुरू की है और 14 अगस्त तक इस मामले में कोई निष्कर्ष तक पहुंच जाएंगे। इस मामले में राखी की मां और उसके पति के बयान दर्ज कर लिए गए हैं।'
पिछले साल मांगी थी बेटे की कस्टडी
राखी के पति तरुण ने कहा, 'चैतन्य मेरी आखिरी उम्मीद था। मैं उसके लिए ही जिंदा था। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। पिछले साल राखी ने चैतन्य की कस्टडी की मांग की थी। उसने कहा था कि उसके पिता की मौत हो गई है और कुछ अनुष्ठान के लिए चैतन्य की जरूरत है। इसके बाद से चैतन्य मेरे पास कभी नहीं लौटा। मुझे भरोसा नहीं हो रहा कि जिस महिला से मेरी 15 साल पहले शादी हुई थी वह वही है।
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