बुधवार, 12 अगस्त 2015

शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह आज करेगे जनसुनवाई जिला मुख्यालय पर



शिव विधायक आज करेगे जनसुनवाई

गडरारोड़ एवं तामलोर में क्रम¨न्नत विद्यालय¨ं के भवन एव गौरव पथ का किया लोकापर्ण, सुनी जन समस्याएं, बीएसएफ जवानों के साथ किया पौधारोपण

बाड़मेर, 12 अगस्त।

शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह आज गुरूवार को जिला मुख्यालय पर अपने आवास पर जन सुनवाई करेगे। इस दौरान विभिन्न विभागो के अधिकारी उपस्थित रहेगे। इससे पूर्व बुधवार को शिव विधायक ने गडरारोड़ एवं तामलोर गांव का दौरा कर कमोन्नत विद्यालय भवन एवं गौरव पथ का लोकापर्ण किया। इस दौरान उन्होंने बीएसएफ जवानों के साथ गडरा सेक्टर में पौधारोपण किया।

यह जानकारी देते हुए शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह के निजी सहायक रामसिंह ने बताया कि बुधवार को सिंह ने सर्वप्रथम गडरारोड़ मुख्यालय पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गडरारोड़ के भवन का लोकापर्ण किया। इस दौरान उन्होंने पंचायत समिति मुख्यालय पर जनसुनवाई की एवं लोगो के अभाव अभियोग सुने। जहां पर सिंह ने अभाव अभियोग को लेकर विभिन्न अधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता करन समस्याओं के निस्तारण करने के निर्देश दिए। जनसुनवाई से पूर्व शिव विधायक गडरारोड़ स्थित बीएसएस सेक्टर कार्यालय पहुंचे। जहां पर उन्होने बीएसएफ द्वारा व्यापक स्तर पर चलाए जा रहे पौधारोपण अभियान में भागीदारी निभाई। उन्होने बीएसएफ द्वारा पर्यावरण संरक्षण को लेकर किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। इसी क्रम मंे वह ग्राम पंचायत तामलोर पहुंचे। जहां पर उन्होंने नव क्रमोन्नत उच्च माध्यमिक विद्यालय भवन का लोकापर्ण किया। इसी कड़ी में उन्होने गौरव पथ सड़क का भी लोकार्पण किया। इस अवसर पर सिंह ने कहा कि शहरी क्षेत्र की तरह ही ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले ग्रामीणों को आधुनिक सुविधा मिले, इसके लिए सरकार के प्रयास जारी है। गौरव पथ के तहत सड़क निर्माण एवं नव कमोन्नत विद्यालयों के भवनो का निर्माण इसी का एक हिस्सा है। इससे जहां ग्रामीण सड़क एवं शिक्षा को अपने गांव में ही आसानी से अर्जित कर सकेगे।

जिला मुख्यालय पर जनसुनवाई आजः

निजी सहायक रामसिंह ने बताया कि शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह आज जिला मुख्यालय स्थित अपने आवास पर जन सुनवाई करेगे एवं लोगो के अभाव अभियोग सुनकर उनके निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देश प्रदान करेगे। इस दौरान विभिन्न विभागो के अधिकारी जन सुनवाई में मौजुद रहेगे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें