पाक: बच्चों के सेक्शुअल अब्यूज के 400 वीडियो मिले, 50 रुपए में बेची जाती थी कॉपी
क्या है मामला
>पाकिस्तानी अखबार द नेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित बच्चों की उम्र 14 साल से कम है। इनमें एक छह साल का बच्चा भी शामिल है, जिसे एक अन्य शख्स के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर किया जाता था। वीडियोज विभिन्न लोकेशंस, मसलन- खेतों, वॉशरूम, बेडरूम, सुनसान मकानों में फिल्माए गए हैं।
>एक वीडियो में एक दस साल की स्कूल की लड़की के साथ 14 साल का लड़का छेड़खानी करता है। एक दस साल के बच्चे ने बताया कि उसे बंदूक की नोक पर एक हवेली में ले जाया गया, जहां बारी-बारी से छह लोगों ने उसके साथ संबंध बनाए।
>पुलिस ने एक 13 साल के लड़के को गिरफ्तार किया है, जिस पर एक हमउम्र लड़के के साथ सेक्स करने का आरोप है। लड़के की मां का कहना है कि उसके बेटे से ऐसा जबरन कैमरे के सामने करवाया गया। एक स्थानीय शख्स का कहना है कि ये वीडियोज ब्रिटेन, यूरोप और अमेरिका से ऑपरेट हो रहे गे पेार्न साइट्स को बेचा गया। एक पीड़ित ने बताया कि उसने एक बार गैंग के एक मेंबर को स्काईप पर दूसरे देश में बैठे कस्टमर से बातचीत करते सुने।
>गैंग ने कथित तौर पर इन वीडियोज के जरिए बच्चों और उनके परिवारों को ब्लैकमेल किया और लाखों रुपए ऐंठे। एक मां ने कहा कि उसने अपने 14 साल के बेटे के वीडियोज को सार्वजनिक न किए जाने की एवज में ब्लैकमेलर्स को 6 लाख रुपए के गहने दे दिए।
>पुलिस के मुताबिक, बच्चों के साथ इस तरह के गलत काम 2006 से शुरू हुए जो बीते साल तक जारी रहे। वीडियोज देखकर बहुत सारे परिवारों ने अपने बच्चों को पहचाना है।
>रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियोज हजारों की तादाद में 50 रुपए प्रति कॉपी के हिसाब से कसूर जिले के हुसैन खंवाला गांव में बेचे गए। एक पीड़ित ने बताया कि उसके साथ गलत काम किए जाने से पहले उसे ड्रग्स का इंजेक्शन दिया गया।
कैसे सामने आया मामला
स्कैंडल का खुलासा हाल ही में हुआ। एक प्रदर्शन मंगलवार को कसूर जिले के डोलेवाला गांव में हुआ। यहां पीड़ित परिवारों और पुलिसवालों के बीच संघर्ष हुआ। इसमें 25 लोग घायल हो गए। करीब 4000 लोग इस प्रदर्शन में शामिल हुए थे। ये लोग वीडियोज बनाने वाले दोषियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। इस मामले में अभी तक सिर्फ 6 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। पीड़ितों के घरवालों का आरोप है कि इस गैंग में करीब 25 लोग शामिल हैं, जिसमें युवा और कुछ अधेड़ भी शामिल हैं। घरवालों का यह भी कहना है कि पुलिस दोषियों को बचाने की कोशिश कर रही है।
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