अहमदाबाद।महज 21 साल की उम्र... लेकिन गुजरात की पूरी राजनीति को हिलाया
गुजरात में एक 21 साल के लड़के ने आनंदीबेन सरकार को हिला के रख दिया है। गुजरात सरकार को हिलाने वाले शख्स का नाम हार्दिक पटेल है। आरक्षण को लेकर इन दिनों गुजरात में पटेल समुदाय आंदोलन चला रहा है। हार्दिक पटेल इसी आंदोलन की अगुवाई कर रहे हैं।
गुजरात में पटेल समुदाय खुद को अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल किए जाने की मांग कर रहा है। गुजरात सरकार को इस आंदोलन से निपटने के लिए खासी मशक्कत करना पड़ रहा है।
सड़कों पर उतरे लोग
एक महीने से ज्यादा समय से गुजरात में चल रहे आंदोलन में पटेल समुदाय के लोग स्कूल कॉलेजों में एडमिशन में और सरकारी नौकरियों में रिजर्वेशन की मांग कर रहे हैं। अपनी मांगो को लेकर पटेल पटीदार सुमदाय के लोग सड़कों पर उतर आएं हैं।
महज 17 साल की उम्र से शुरु किया आंदोलन
अहमदाबाद के पास वीरमगाम के रहने वाले हार्दिक पटेल ने 17 साल की उम्र में आंदोलन करना शुरू कर दिया था। तब वो कॉलेज में थे। हार्दिक के आंदोलन का लक्ष्य पटेल कम्युनिटी के हितों की रक्षा करना था। अब यह आंदोलन सिर्फ कॉलेज तक ही नहीं सीमित रह गया बल्कि एक बहुत बड़ा आंदोलन का रूप ले चुका हैं।
न्याय नहीं मिला तो बीजेपी को नहीं बख्शेंगे
आंदोलन की अगुवाई करने वाले हार्दिक पटेल बताते है कि पटेल समुदाय बीजेपी का वोट बैंक रहा है। कांग्रेस को राज्य से खदेड़ने में पटेल सुमदाय की अहम भूमिका रही है। लेकिन अगर हमारे साथ न्याय नहीं हुआ तो कमल (बीजेपी) के साथ भी 2017 में यही किया जाएगा।
आंदोलन पर उठ रही हैं उंगलियां
इस आंदोलन के लोकप्रिय होने और इसे मिले समर्थन के पीछे मजबूत राजनैतिक समर्थन का हाथ बताया जा रहा है। हालांकि हार्दिक पटेल किसी भी तरह के राजनैतिक प्रभाव की बात से साफ इनकार करते हैं। जानकारी के मुताबिक उनके पिता जरूर बीजेपी से जुड़े हैं।
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