नई दिल्ली।स्पॉट फिक्सिंग: मय्यपन-कुंद्रा पर आजीवन प्रतिबंध, CSK-RR दो साल के लिए बैन
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे सीजन में हुए भ्रष्टाचार और स्पॉट फिक्सिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट की ओर से बनाई गई कमेटी ने मंगलवार को फैसला सुनाया। फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस आर एम लोढ़ा ने चेन्नई सुपरकिंग्स के मालिक श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन को सट्टेबाजी में दोषी करार देते हुए आजीवन प्रतिबंध लगाया है।
साथ ही इस कमेटी ने सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स टीमों को आईपीएल से दो साल के लिए निलम्बित करने की भी सिफारिश की। समिति ने कहा कि कुंद्रा और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन के दामाद मयप्पन के खिलाफ सुनाई गई सजा तत्काल प्रभाव से मान्य मानी जाएगी।
मय्यपन-राज कुंद्रा पर आजीवन प्रतिबंध
जस्टिस लोढ़ा ने अपने फैसले में मयप्पन के साथ राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुंद्रा को भी सट्टेबाजी में दोषी मानते हुए आजीवन बैन का फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस ने कहा कि क्रिकेट से राज कुंद्रा और मयप्पन नहीं जुड़ सकेंगे। मयप्पन के कारण क्रिकेट की छवि को नुकसान पहुंचा है। इसे ध्यान में रखते हुए मयप्पन पर भविष्य में किसी भी तरह के क्रिकेट मैच में किसी भी तरह से शामिल होने पर लाइफटाइम बैन लगाया जाता है।
CSK-RR टीम 2 साल के लिए बैन
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस लोढ़ा ने कहा कि चेन्नई और राजस्थान की टीम भी सट्टेबाजी में शामिल रही है। जिसके चलते चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रायल्स टीम को 2 साल के लिए आईपीएल से बाहर किया जाता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान रॉयल्स ने यह जानते हुए भी कि सह मालिक राज कुंद्रा लगातार बुकीज के संपर्क में हैं, उनके खिलाफ ऐक्शन नहीं लिया।
कुंद्रा और मयप्पन 2013 में पाए गए थे दोषी
उच्चतम न्यायालय ने राजस्थान रॉयल्स की टीम के सह-मालिक राज कुंद्रा और चेन्नई के टीम प्रिंसिपल और श्रीनिवासन के दामाद गुरूनाथ मेयप्पन को वर्ष 2013 के आईपीएल मैचों पर सट्टेबाजी का दोषी पाया था जिसके बाद पूर्व मुख्य न्यायाधीश को इस तीन सदस्यीय जांच पैनल का प्रमुख बनाया गया था। न्यायालय ने अपने फैसले में कहा था कि श्रीनिवासन को बीसीसीआई के किसी भी पद पर नहीं रखा जाए जो वर्ष 2011 से लगातार तीन वर्षाें तक बोर्ड के अध्यक्ष पद पर काबिज रहे थे।
श्रीसंत सहित तीन खिलाड़ी हुए थे अरेस्ट
स्पॉट फिक्सिंग के इस मामले में दिल्ली पुलिस ने मुंबई से पूर्व टेस्ट क्रिकेटर शांतकुमारन श्रीसंत सहित तीन खिलाड़ियों को भी गिरफ्तार किया था। धीरे-धीरे इस मामले में देश में क्रिकेट को चलाने वाले लोग भी जुडऩे लगे और बाद में बीसीसीआई अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मेयप्पन की भी गिरफ्तारी हुई। बाद में इस मामले में दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में कुल 42 लोग आरोपी बने, जिनमें से छह फरार हैं।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे सीजन में हुए भ्रष्टाचार और स्पॉट फिक्सिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट की ओर से बनाई गई कमेटी ने मंगलवार को फैसला सुनाया। फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस आर एम लोढ़ा ने चेन्नई सुपरकिंग्स के मालिक श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन को सट्टेबाजी में दोषी करार देते हुए आजीवन प्रतिबंध लगाया है।
साथ ही इस कमेटी ने सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स टीमों को आईपीएल से दो साल के लिए निलम्बित करने की भी सिफारिश की। समिति ने कहा कि कुंद्रा और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन के दामाद मयप्पन के खिलाफ सुनाई गई सजा तत्काल प्रभाव से मान्य मानी जाएगी।
मय्यपन-राज कुंद्रा पर आजीवन प्रतिबंध
जस्टिस लोढ़ा ने अपने फैसले में मयप्पन के साथ राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुंद्रा को भी सट्टेबाजी में दोषी मानते हुए आजीवन बैन का फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस ने कहा कि क्रिकेट से राज कुंद्रा और मयप्पन नहीं जुड़ सकेंगे। मयप्पन के कारण क्रिकेट की छवि को नुकसान पहुंचा है। इसे ध्यान में रखते हुए मयप्पन पर भविष्य में किसी भी तरह के क्रिकेट मैच में किसी भी तरह से शामिल होने पर लाइफटाइम बैन लगाया जाता है।
CSK-RR टीम 2 साल के लिए बैन
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस लोढ़ा ने कहा कि चेन्नई और राजस्थान की टीम भी सट्टेबाजी में शामिल रही है। जिसके चलते चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रायल्स टीम को 2 साल के लिए आईपीएल से बाहर किया जाता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान रॉयल्स ने यह जानते हुए भी कि सह मालिक राज कुंद्रा लगातार बुकीज के संपर्क में हैं, उनके खिलाफ ऐक्शन नहीं लिया।
कुंद्रा और मयप्पन 2013 में पाए गए थे दोषी
उच्चतम न्यायालय ने राजस्थान रॉयल्स की टीम के सह-मालिक राज कुंद्रा और चेन्नई के टीम प्रिंसिपल और श्रीनिवासन के दामाद गुरूनाथ मेयप्पन को वर्ष 2013 के आईपीएल मैचों पर सट्टेबाजी का दोषी पाया था जिसके बाद पूर्व मुख्य न्यायाधीश को इस तीन सदस्यीय जांच पैनल का प्रमुख बनाया गया था। न्यायालय ने अपने फैसले में कहा था कि श्रीनिवासन को बीसीसीआई के किसी भी पद पर नहीं रखा जाए जो वर्ष 2011 से लगातार तीन वर्षाें तक बोर्ड के अध्यक्ष पद पर काबिज रहे थे।
श्रीसंत सहित तीन खिलाड़ी हुए थे अरेस्ट
स्पॉट फिक्सिंग के इस मामले में दिल्ली पुलिस ने मुंबई से पूर्व टेस्ट क्रिकेटर शांतकुमारन श्रीसंत सहित तीन खिलाड़ियों को भी गिरफ्तार किया था। धीरे-धीरे इस मामले में देश में क्रिकेट को चलाने वाले लोग भी जुडऩे लगे और बाद में बीसीसीआई अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मेयप्पन की भी गिरफ्तारी हुई। बाद में इस मामले में दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में कुल 42 लोग आरोपी बने, जिनमें से छह फरार हैं।
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