ट्रेक पर मिट्टी ढही, रेल यातायात थमा
रायपुर मारवाड़ (पाली)। दिल्ली-अहमदाबाद रेल मार्ग पर बुधवार को दीपावास फाटक के समीप अंडरपास बनाने के दौरान मिट्टी ढहने से ट्रेक क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे रेल मार्ग पर यातायात बाधित हो गया। इस अवरोध से शाम करीब साढ़े छह बजे के बाद से दर्जनों ट्रेनों के सैकड़ों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। अजमेर डीआरएम की मौजदूगी में देर रात मरम्मत कार्य जारी रहा और देर रात 11.51 बजे रेल यातायात सुचारु हो पाया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शाम को करीब साढ़े छह बजे ब्रांदा से जयपुर की ओर जा रही यात्री ट्रेन इस अंडरपास के ऊपर से होकर गुजरी थी। तेज रफ्तार से इस ट्रेन के गुजरने के साथ ही अंडरपास के नीचे सुरक्षा के लिहाज से लगा रखे लोहे के पिलर्स मिट्टी ढहने से सरक गए। गनीमत रही कि यह घटना ट्रेन के गुजरने के बाद हुई। अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
इस घटना के दौरान वहां मौजूद रेलवे कार्मिको ने इसकी सूचना हरिपुर स्टेशन पर दी। रेलवे अधिकारियों के आदेश पर हादसे की आंशका को देखते हुए रेलवे यातायात रोक दिया गया। रेलवे टीम मौके पर पहुंची और मरम्मत कार्य शुरू करवा दिया। इधर, रात करीब दस बजे अजमेर डीआरएम नरेश सालेचा मौके पर पहुंचे। सालेचा देर रात तक मौके पर मौजूद रहे।
यूं किया मरम्मत कार्य
रेलवे अधिकारियों ने मौके पर करीब 150 श्रमिकों की मदद से मरम्मत कार्य शुरू करवाया। आधुनिक मशीनों के जरिए मिट्टी की खुदाई करवाई गई। प्लास्टिक के कट्टों में मिट्टी भरकर उन्हें अंडरपास के नीचे रखवाया गया। इनके ऊपर लोहे की बड़ी गार्डर को वेल्ड कर रेलवे लाइन को सुरक्षा दी गई। रेलवे अधिकारियों ने बीच राह में फंसे यात्रियों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए यातायात को सुचारु करने के लिए बड़ी गार्डर लगा वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाही, लेकिन हादसे की आशंका के चलते वह कामयाब नहीं हो पाई।
आस्था में पड़ गया खलल
अधिक मास के अंतिम दिन अमावस्या पर गुरुवार को हरिद्वार में शाही स्नान की मंशा लिए हरिद्वार मेल से रवाना हुए सैकड़ों श्रद्वालु इस घटना के कारण हरिपुर रेलवे स्टेशन पर ही अटक गए। देर रात तक यातायात सुचारु नहीं होने से वे शाही स्नान से वंचित रह जाएंगे। इधर, रजमान के मुबारक महीने के अंतिम दिन अजमेर दरगाह शरीफ में इबादत के लिए जाने वाले जायरीन भी बीच में ही अटक गए।
जहां की तहां रोकी ट्रेन
इस घटना के दौरान जो ट्रेन जिस जगह पहुंची, उसे वहीं रोक दिया गया। कुछ ट्रेन स्टेशन पर रोकी गई। अधिकांश स्टेशन पर रात्रि में ट्रेनों का ठहराव नहीं होने से यात्रियों को न तो पीने का पानी नसीब हो पाया और न ही खाने को कुछ मिल पाया। वे भूखे प्यासे रेलवे ट्रेन पर चहल कदमी करते यातायात सुचारु होने का इंतजार करते रहे।
रात 11.51 पर सुचारु हुआ मार्ग
घंटों की मशक्कत के बाद देर रात 11.51 बजे रेल यातायात सुचारु हो पाया। सेन्दड़ा स्टेशन पर खड़ी राजधानी एक्सपे्रस ट्रेन को अण्डरपास के ऊपर से धीमी गति से निकाला गया। टे्रक ठीक होने के बाद करीब 11.16 बजे बर रेलवे स्टेशन से इंजन मंगवाकर बर से हरिपुर रेलवे स्टेशन के बीच तीन फेरे लगवाकर ट्रेक की जांच की गई। उसके बाद सेन्दड़ा में खड़ी सवारी गाड़ी को यहां से धीमी गति से निकाला गया।
ट्रेक अब सुरक्षित
सुरक्षा के लिहाज से पुख्ता प्रबंध करने के बाद बर स्टेशन पर खड़े इंजन को तीन बार अलग-अलग रफ्तार से इस ट्रेकसे गुजारा। पूर्णतया संतुष्टी होने के बाद सेन्दड़ा स्टेशन पर खड़ी राजधानी एक्सप्रेस को धीमी गति से इस ट्रेक से गुजारा गया। ट्रेक पूर्णतया सुरक्षित है। यातायात सुचारु कर दिया गया है।
नरेश सालेचा, डीआरएम, अजमेर
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