गुड़ामालानी में अतिवृष्टि
बाड़मेर. लगातार तीन दिनों से जिलेभर में चल रहा बारिश का दौर मंगलवार को धीमा पड़ा। हालांकि सोमवार रात में कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हुई।
उधर, गुड़ामालानी में मंगलवार को हल्की बूंदाबांदी के बाद हालात में थोड़ा सुधार हुआ। गुड़ामालानी क्षेत्र में इस मानसूत्र सत्र में अब तक 804 एमएम बारिश हो चुकी है।
बारिश थमने के बाद मंगलवार को आमजन ने राहत महसूस की। गुड़ामालानी में सोमवार रात में 95 एमएमए बारिश हुई, लेकिन मंगलवार को दिनभर में 2 एमएम बारिश ही हुई। बारिश थमने से लागों में बाढ़ का भय कम हुआ।
उदाणियों का बास में सैन समाज भवन के पास पानी के बहाव से 20 फीट लम्बा व 10 फीट गहरा गड्ढा हो गया। वहीं एक विद्युत पोल क्षतिग्रस्त हो गया। घरों में पानी भर जाने से आवागमन बाधित हुआ।
क्षेत्र के बालोतरा, सिणधरी, गोयणा पहाड़ी व गुड़ामालानी क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से रतन पुरा के पास लूणी नदी में दो-दो फीट पानी बहने लगा। सिंधासवा के पादरड़ी गांव के पास सूकड़ी नदी में पानी का वेग बढऩे से 3-3 फीट पानी चलने लगा।
अभी भी भरा पानी
गुड़ामालानी तथा आस-पास के गांवों में अभी भी पानी भरा हुआ है। रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद लोगों को खतरे वाले इलाकों से बाहर निकाल दिया गया है लेकिन खेतों और घरों में अभी भी पानी भरा हुआ है। मंगलवार को बारिश थमने के बाद लोगों ने पानी निकालने के प्रयास किए।
उधर, गुड़ामालानी में मंगलवार को हल्की बूंदाबांदी के बाद हालात में थोड़ा सुधार हुआ। गुड़ामालानी क्षेत्र में इस मानसूत्र सत्र में अब तक 804 एमएम बारिश हो चुकी है।
बारिश थमने के बाद मंगलवार को आमजन ने राहत महसूस की। गुड़ामालानी में सोमवार रात में 95 एमएमए बारिश हुई, लेकिन मंगलवार को दिनभर में 2 एमएम बारिश ही हुई। बारिश थमने से लागों में बाढ़ का भय कम हुआ।
उदाणियों का बास में सैन समाज भवन के पास पानी के बहाव से 20 फीट लम्बा व 10 फीट गहरा गड्ढा हो गया। वहीं एक विद्युत पोल क्षतिग्रस्त हो गया। घरों में पानी भर जाने से आवागमन बाधित हुआ।
क्षेत्र के बालोतरा, सिणधरी, गोयणा पहाड़ी व गुड़ामालानी क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से रतन पुरा के पास लूणी नदी में दो-दो फीट पानी बहने लगा। सिंधासवा के पादरड़ी गांव के पास सूकड़ी नदी में पानी का वेग बढऩे से 3-3 फीट पानी चलने लगा।
अभी भी भरा पानी
गुड़ामालानी तथा आस-पास के गांवों में अभी भी पानी भरा हुआ है। रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद लोगों को खतरे वाले इलाकों से बाहर निकाल दिया गया है लेकिन खेतों और घरों में अभी भी पानी भरा हुआ है। मंगलवार को बारिश थमने के बाद लोगों ने पानी निकालने के प्रयास किए।
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