सोमवार, 27 जुलाई 2015

900 लोगों को मारने वाले कुख्यात किलर की खौफनाक कहानी

900 लोगों को मारने वाले कुख्यात किलर की खौफनाक कहानी


 

मानवीय इतिहास में सीरियल किलिंग की घटनाएं काफी पुरानी हैं. 'सीरियल किलर' ठग बहराम से लेकर निठारी के 'नर पिशाच' सुरेंद्र कोली तक अनेकों नाम हमारे सामने हैं.   सीरियल किलिंग की घटनाओं पर एक सीरिज पेश कर रहा है. पहली कड़ी में हमने आपको बताया था कि सीरियल किलर कौन होता है? आज पढिए इतिहास के सबसे कुख्यात सीरियल किलर ठग बहराम के बारे में.




सीरियल किलर के रूप में ठग बहराम पूरी दुनिया में कुख्यात है. उसका जन्म 1765 में हुआ था. 50 वर्षों के समय में ठग उसने रुमाल के जरिए गला घोंटकर 900 से अधिक लोगों की हत्या की थी. उसको 75 वर्ष की उम्र में पकड़ लिया गया. 1840 में उसको फांसी की सजा दी गई.




तत्कालीन सरकार में ठगों और डकैतों पर काम करने वाले जेम्स पैटोन ने लिखा है कि बहराम ठग ने वाकई में 931 लोगों को मौत के घाट उतारा था. उसने उनके सामने ही इन हत्याओं के बारें में स्वीकार भी किया है.




उस समय के ठग आज के ठगों से अलग थे. वर्तमान में धोखाधड़ी करने वालों को ठग कहा जाता है, लेकिन उस समय ठग बहुत ही खूंखार प्रवृत्ति के होते थे. उनका एक गिरोह होता था, जो काफिलों में वेष बदलकर साथ लग जाता था. मौका देख कर लोगों की हत्या करके लूट लेता था.




पीले रुमाल से 900 लोगों का कत्ल

बताते हैं कि बहराम एक बार जिस रास्ते से गुजरता था, वहां लाशों की ढेर लग जाती थी. वह पीले रुमाल से लोगों की हत्या करता था. दिल्ली से लेकर ग्वालियर और जबलपुर तक उसका इस कदर खौफ हो गया था कि व्यापारियों ने रास्ता चलना बंद कर दिया था.







 

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