म्याजलार में रात्रि चैपाल के मजमे आम में बताई अधिकारियों को अपनी समस्याएं
मुख्य कार्यकारी अधिकारी उज्जवल एवं उपखंड अधिकारी जयसिंह ने सुनी ग्रामीणों की समस्याएं,
दिए निराकरण के निर्देश
दिए निराकरण के निर्देश
जैसलमेर, 17 जून/ ग्राम पंचायत म्याजलार के अटल सेवा केन्द्र में मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलदेवसिंह उज्जवल एवं उपखंड अधिकारी जयसिंह के नेतृत्व में रात्रि चैपाल का आयोजन हुआ, जिसमें ग्रामीणों ने मजमे आम में अपनी व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक समस्याओं से संबंधित प्रार्थना पत्र अधिकारियों को प्रस्तुत किए एवं उनक निराकरण का आग्रह किया। रात्रि चैपाल में अधिकारियों ने ग्रामीणों द्वारा पेश की गई समस्याओं को धैर्य के साथ सुना एवं उसमे क्या कार्यवाहीं हो सकती है उसके बारे में उन्हें अवगत कराया। मुख्य कार्यकारी अधिकारी उज्जवल ने ग्रामीणों को बताया कि इस रात्रि चैपाल का मुख्य उद्वेश्य ग्राम पंचायत मुख्यालय पर ही सभी अधिकारी उपस्थित होकर लोगों की समस्याएं सुने एवं उनका जहां तक हो सके मौके पर ही निराकरण करने की कार्यवाहीं करें ताकि लोगों को छोटी-मोटी समस्याओं के लिए जिला मुख्यालय पर नही आना पडें।
रात्रि चैपाल में चिमनाराम एवं अन्य ग्रामीणों ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं उपखंड अधिकारी को प्रार्थना पत्र पेश किया कि म्याजलार के 75 प्रतिशत लोगों की भूमि डीएनपी क्षेत्र से बाहर है एवं 25 प्रतिशत लोगों की भूमि डीएनपी क्षेत्र में है जिन्हें गैर खातेदारी से खातेदारी का अधिकार नहीं मिलने के कारण न तो वे केसीसी का लाभ ले सकते है। इस संबंध में उपखंड अधिकारी जयसिंह ने बताया कि यह राज्य सरकार स्तर का मामला है जिसको हम उच्च स्तर पर भेजने की कार्यवाहीं करेंगे। इसके साथ ही ग्रामीणों ने फसल बीमा मुआवजा राशि दिलाने का भी आग्रह किया इस संबंध में बताया कि बीमा कंपनियों से बात करके उनके बीमे की क्लेम राशि का भुगतान करने की कार्यवाहीं करवाई जाएगी। रात्रि चैपाल में विकास अधिकारी सम समिति लादूराम विश्नोई, तहसीलदार पीतांबर राठी, सरपंच म्याजलार रेवन्तसिंह के साथ ही विभागीय अधिकारी एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।
रात्रि चैपाल में म्याजलार के ग्रामीणों ने मीठे पानी के लिए आरओ प्लांट लगाने की मांग की एवं प्रार्थना पत्र पेश किया इस संबंध में अधीक्षण अभियंता जलदाय ओ.पी. व्यास एवं अधिशाषी अभियंता जलदाय ए.के. पाण्डे ने बताया कि म्याजलार में आरओ प्लांट के लिए प्रस्ताव ले लिया है एवं स्वीकृति मिलते ही आरओ प्लांट लगाने की कार्यवाहीं कर दी जाएगी। इसी प्रकार ग्रामीणों ने नाईयों का पाडा, बणियों का पाडा व मेघवालों का पाडा में जीएलआर बनाने की बात कहीं इस संबंध में भी जलदाय विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नई जीएलआर स्वीकृत कर दी गई है एवं इसका शीघ्र ही निर्माण करके पाडों में पेयजल आपूर्ति सुचारू की जाएगी।
रात्रि चैपाल में सरपंच रेवन्तसिंह ने म्याजलार में पुलिस चैकी को थाने में क्रमोन्नत करवाने के साथ ही सीनियर माध्यमिक विधालय में प्रधानाचार्य लगाने की बात कहीं। इसके साथ ही म्याजलार जीएसएस पर कार्मिक लगाने के बारे में भी बताया, इस संबंध में अधीक्षण अभियंता विधुत जी.आर. सिरवी एवं अधिशाषी अभियंता एन.के. जोशी ने बताया कि यहां शीघ्र ही कर्मचारी लगा दिया जाएगा वहंी 10-15 दिन में जीओ लगाने की व्यवस्था कर दी जाएगी। लोगों ने बताया कि म्याजलार से पोछीना विधुत लाईन में खंभे टेढे होने के कारण विधुत व्यवधान ज्यादा रहता है इस संबंध में भी अधिकारियों ने बताया कि जो भी विधुत खंभे टेढे है उनको सही करवा दिया जाएगा।
रात्रि चैपाल में ग्रामीणों ने म्याजलार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक व एएनएम लगाने तथा आयुर्वेदिक औषधालय खुलवाने के संबंध में भी प्रार्थना पत्र पेश किए। चुतरसिंह की ढाणी के ग्रामीणों ने ढाणी को विधुत से जोडने की मांग की वहीं हुकमसिंह की ढाणी में जीएलआर व पशु खेली बनाने की भी मांग की गई।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी उज्जवल ने ग्रामीणों को विश्वास दिलाया कि जो भी प्रार्थना पत्र उनके द्वारा पेश किए गए है उनको राजस्थान संपर्क पोर्टल में दर्ज किया जाएगा एवं संबंधित विभाग को भेजकर उनके निराकरण की कार्यवाहीं करवाई जाएगी। रात्रि चैपाल में संयुक्त निदेशक पशुपालन डाॅ. हरिसिंह बारहठ, आरसीएचओं डाॅ. आर.पी. गर्ग, जिला रसद अधिकारी गौतमचंद जैन, सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग हिम्मतसिंह कविया, उपनिदेशक कृषि विस्तार रणजीत सर्वा, उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास स्नेहलता भी उपस्थित थी एवं उन्होंने भी अपनी विभागीय गतिविधियों से अवगत कराया। रात्रि चैपाल में अच्छी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित हुए एवं खुले मन से अपनी समस्याओं को रखा।
---000---
रात्रि चैपाल में चिमनाराम एवं अन्य ग्रामीणों ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं उपखंड अधिकारी को प्रार्थना पत्र पेश किया कि म्याजलार के 75 प्रतिशत लोगों की भूमि डीएनपी क्षेत्र से बाहर है एवं 25 प्रतिशत लोगों की भूमि डीएनपी क्षेत्र में है जिन्हें गैर खातेदारी से खातेदारी का अधिकार नहीं मिलने के कारण न तो वे केसीसी का लाभ ले सकते है। इस संबंध में उपखंड अधिकारी जयसिंह ने बताया कि यह राज्य सरकार स्तर का मामला है जिसको हम उच्च स्तर पर भेजने की कार्यवाहीं करेंगे। इसके साथ ही ग्रामीणों ने फसल बीमा मुआवजा राशि दिलाने का भी आग्रह किया इस संबंध में बताया कि बीमा कंपनियों से बात करके उनके बीमे की क्लेम राशि का भुगतान करने की कार्यवाहीं करवाई जाएगी। रात्रि चैपाल में विकास अधिकारी सम समिति लादूराम विश्नोई, तहसीलदार पीतांबर राठी, सरपंच म्याजलार रेवन्तसिंह के साथ ही विभागीय अधिकारी एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।
रात्रि चैपाल में म्याजलार के ग्रामीणों ने मीठे पानी के लिए आरओ प्लांट लगाने की मांग की एवं प्रार्थना पत्र पेश किया इस संबंध में अधीक्षण अभियंता जलदाय ओ.पी. व्यास एवं अधिशाषी अभियंता जलदाय ए.के. पाण्डे ने बताया कि म्याजलार में आरओ प्लांट के लिए प्रस्ताव ले लिया है एवं स्वीकृति मिलते ही आरओ प्लांट लगाने की कार्यवाहीं कर दी जाएगी। इसी प्रकार ग्रामीणों ने नाईयों का पाडा, बणियों का पाडा व मेघवालों का पाडा में जीएलआर बनाने की बात कहीं इस संबंध में भी जलदाय विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नई जीएलआर स्वीकृत कर दी गई है एवं इसका शीघ्र ही निर्माण करके पाडों में पेयजल आपूर्ति सुचारू की जाएगी।
रात्रि चैपाल में सरपंच रेवन्तसिंह ने म्याजलार में पुलिस चैकी को थाने में क्रमोन्नत करवाने के साथ ही सीनियर माध्यमिक विधालय में प्रधानाचार्य लगाने की बात कहीं। इसके साथ ही म्याजलार जीएसएस पर कार्मिक लगाने के बारे में भी बताया, इस संबंध में अधीक्षण अभियंता विधुत जी.आर. सिरवी एवं अधिशाषी अभियंता एन.के. जोशी ने बताया कि यहां शीघ्र ही कर्मचारी लगा दिया जाएगा वहंी 10-15 दिन में जीओ लगाने की व्यवस्था कर दी जाएगी। लोगों ने बताया कि म्याजलार से पोछीना विधुत लाईन में खंभे टेढे होने के कारण विधुत व्यवधान ज्यादा रहता है इस संबंध में भी अधिकारियों ने बताया कि जो भी विधुत खंभे टेढे है उनको सही करवा दिया जाएगा।
रात्रि चैपाल में ग्रामीणों ने म्याजलार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक व एएनएम लगाने तथा आयुर्वेदिक औषधालय खुलवाने के संबंध में भी प्रार्थना पत्र पेश किए। चुतरसिंह की ढाणी के ग्रामीणों ने ढाणी को विधुत से जोडने की मांग की वहीं हुकमसिंह की ढाणी में जीएलआर व पशु खेली बनाने की भी मांग की गई।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी उज्जवल ने ग्रामीणों को विश्वास दिलाया कि जो भी प्रार्थना पत्र उनके द्वारा पेश किए गए है उनको राजस्थान संपर्क पोर्टल में दर्ज किया जाएगा एवं संबंधित विभाग को भेजकर उनके निराकरण की कार्यवाहीं करवाई जाएगी। रात्रि चैपाल में संयुक्त निदेशक पशुपालन डाॅ. हरिसिंह बारहठ, आरसीएचओं डाॅ. आर.पी. गर्ग, जिला रसद अधिकारी गौतमचंद जैन, सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग हिम्मतसिंह कविया, उपनिदेशक कृषि विस्तार रणजीत सर्वा, उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास स्नेहलता भी उपस्थित थी एवं उन्होंने भी अपनी विभागीय गतिविधियों से अवगत कराया। रात्रि चैपाल में अच्छी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित हुए एवं खुले मन से अपनी समस्याओं को रखा।
---000---
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें