सोमवार, 11 मई 2015

झुंझुनू । नेता तो भाषण देकर चले जाते है भाषण देना आसान है काम होता नही सिर्फ आश्वासन दे जाते है। :- बबीता कंवर

झुंझुनू । नेता तो भाषण देकर चले जाते है भाषण देना आसान है काम होता नही सिर्फ आश्वासन दे जाते है। :- बबीता कंवर 


झुंझुनू। नेता तो भाषण देकर चले जाते है भाषण देना आसान है काम होता नही सिर्फ आश्वासन दे जाते है यह दर्द बयां किया बडबर के शहीद पृथ्वीसिंह की विरांगना बबीता कंवर ने। उन्होनें बताया कि शहीद होना तो गर्व की बात है लेकिन राज्य सरकार द्वारा बरती जा रही उपेक्षा से अभी तक ना तो स्कुल का नामकरण शहीद के नाम से हुआ है और ना ही विरागंना के बीए, बीएड होने के बावजूद अभी तक नौकरी दी गई है। रविवार को 2011 में सियाचिन ग्लेशियर में शहीद हुए बडबर के 17 राज राईफल के जवान शहीद पृथ्वीसिंह के बाद रविवार को मूर्ति अनावरण चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़, सांसद संतोष अहलावत व पिलानी विधायक सुंदरलाल ने किया। 


मंत्री राठौड़ ने शहीद को नमन करते हुए कहा मां भारती के मान सम्मान की रक्षा करने के लिए प्राणों को न्यौछावर करने वाले शहीदों की परंपरा को कायम रखना चाहिए। उस मां के दर्द को कौन समझेगा जिसको कोख से जन्म दिया था आज उसके दिलो दिमाग में बसा बैठा है। सात जन्मों तक साथ निभाने का वादा करने वाला उस विरांगना का दर्द आज रह रहकर उसको साल रहा है। झुंझुनूं को वीर भूमि का दर्जा देते हुए कहा कि कारगिल में भी 22 शहीद इसी जिले के हुए है। मंत्री ने शहीद के परिजनों को जल्द ही उनकी मांग स्कुल का नामकरण व विरांगना को नौकरी देने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर सांसद संतोष अहलावत ने कहा देश पर कुर्बानी देने पर पुरा समाज गोरवान्वित होता है ऐसे वीरों से ही हमारे मुल्क की सरहद सुरक्षित है। झुंझुनूं के कण-कण में शौर्य बसा हुआ है। मां अपने लाडलों को घुंटी भी देश सेवा की पिलाती है। शहीदों की याद को चिरस्थाई बनाने के लिए शहीदों की चिताओं पर हर वर्ष मेले लगने चाहिए। कार्यक्रम में शहीद के माता-पिता व वीरांगना का साल ओढाकर सम्मान किया गया। मूर्ति अनावरण के मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष राजवीर सिंह व कई पद अधिकारी मौके पर थे।

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