स्वच्छ भारत अभियान" का सपना साकार करेंगी महिला कारीगर !
बाड़मेर : सुदूर राजस्थान के रेगिस्तानी गाँव में जहाँ किसी स्त्री का घर से अकेले बाहर कदम रखना भी चर्चा का विषय बन जाता है , वहीँ बाड़मेर के भीमड़ा गांव की घूँघट में लिपटी महिलाऐं अब घर गृहस्थी की ज़िम्मेदारी उठाने के साथ बाकायदा भवन निर्माण कारीगर का प्रशिक्षण ले कर पुरुष कारीगरों के बीच में अपनी सक्षमता दिखाने आ खड़ी हुई हैं।
महिला सशक्तिकरण का ये अत्यंत दुर्लभ उदहारण है जिसकी पृष्ठभूमि एक ऐसा गांव है, जहाँ आम तौर पर महिलाओं को दोयम दर्ज़ा हासिल होता है। 26 स्थानीय महिलाओं के लिए इस निर्णय को लेना इतना सहज नहीं था , और वैसे भी इनके अपने निर्णय से कुछ होना जाना नहीं था। इन्हे अपने पति और घर वालों की सहमति भी लेनी ज़रूरी थी। केयर्न इंडिया की टीम के निरंतर प्रयास और इन महिलाओं के ज़ज़्बे के चलते इनके घर वालों ने भी अपनी सहमति दे दी।
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