मेरठ उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक अजीबों-गरीब मामला सामने आया है। यहां एक "पुरूष" ने शुक्रवार को जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। यह सफलता टेस्ट ट्यूब बेबी प्रगतिशील तकनीक से मिली।
एक साथ बेटा-बेटी पैदा होने से दंपती के परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई है। दरअसल, सात साल से बच्चे पैदा करने में असमर्थ महिला ने अपने पति के साथ तीन साल पहले सेंटर संचालक व इनफर्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर सुनील जिंदल व स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अंशु जिंदल से संपर्क किया था।
जांच में पता चला कि उसमें पुरूष वाले क्रोमोसोम्स (46 XY) हैं। महिलाओं में 46 XX क्रोमोसोम्स होते है। इतना ही नहीं, महिला की जननेंद्रियां तथा गर्माशय भी पूरी तरह विकसित नहीं थे। इसके अलावा इस महिला को मासिक धर्म भी नहीं आ रहा था।
चेकअप के बाद डॉ. जिंदल दंपती ने महिला का उपचार शुरू किया। करीब छह महीने तक गर्भाशय को विकसित किया और मासिक धर्म के योग्य बनाया गया। इसके बाद महिला के पति के शुक्राणुओं को निषेचित कर भ्रूण तैयार किया।
फिर इसे पहले से ही तैयार किए गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया। महिला को प्रसव पूर्व दर्द हुआ और उनका ब्लड प्रेशर भी बढ़ने लगा था। लेकिन इन समस्याओं का सामना करते हुए महिला को छह फरवरी को जुडवां बच्चे हुए। डॉक्टरों का कहना है कि मां और बच्चे दोनों स्वस्थ है।
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