बाड़मेर। प्रतिष्ठित तेल संस्थान ओएनजीसी और थार में तेल और गैस उत्पादक व अन्वेषक कंपनी केयर्न इंडिया ने अपने संयुक्त उद्यम की साझेदारी के रूप में केंद्र सरकार को बाड़मेर के रागेश्वरी क्षेत्र में गैस भंडार के विकास और निर्माण की 70 करोड़ की परियोजना का प्रस्ताव दिया है।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, अब जल्द ही पेट्रोलियम मंत्रालय, हाइड्रोक्लोराइड महानिदेशक और अन्वेषक कंपनियों की एक संयुक्त समिति में इस प्रस्ताव पर चर्चा होगी। परियोजना के अनुसार, इस योजना पर 24.5 करोड़ खर्च कर 35 से 37 कुएं खोदने में खर्च किया जाएगा और बाकी अन्य जरूरतों पर व्यय होगा। केयर्न के सहयोगी बोर्ड ने इस प्रस्ताव का अनुमोदन कर दिया है। जानकारी के अनुसार, बाड़मेर के रागेश्वरी ब्लॉक में अनुमानित 2017 तक गैस उत् पादन हाल के 25 एमएमएससीएमडी प्रति दिन उत्पादन से 2.80 लाख मीट्रिक स्टैंडर्ड घन मीटर तक जाने की सम्भावना है।
इस ब्लॉक की अपनी गैस उत् पादन क्षमता के आधार पर अनुबंध के 10 साल के विस्तार पर नवीनतम क्षेत्र विकास योजना, एफ डीपी व प्रबंधन समिति विचार कर अनुमोदन करेगी। महत् वपूर्ण बात यह है कि इससे प्रस्तावित ब्लॉक से निकलने वाली गैस की संभावित मात्रा तय होगी कि केयर्न इंडिया के सरकारी अनुबंध का नवीनीकरण 5 साल के लिए होगा या 10 साल के लिए रहेगा। ध्यान रहे कि केयर्न इंडिया के बाड़मेर ब्लॉक का अनुबंध मई 2020 तक ही वैध है। केयर्न कंपनी चाहती है कि कम से कम 10 वर्ष के लिए अनुबंध बढ़ा दिया जाए।
राजस्थान का बाड़मेर ब्लॉक
देश के सबसे बड़ी तटवर्ती कच्चे तेल क्षेत्र राजस्थान के बाड़मेर ब्लॉक ने देश के उत्पादन का लगभग 25 फीसदी का योगदान दिया है। वित्त वर्ष 2014 में प्रतिदिन तेल की 200,000 बैरल बीओपीडी अधिकतम उत्पादन का आंकड़ा छुआ। केयर्न इंडिया ने वित्त वर्ष 2013 के मुकाबले 2014 में लगभग 3 फ ीसदी अधिक का शुद्ध मुनाफ ा दर्ज किया।
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