रविवार, 7 दिसंबर 2014

समदड़ी। बाबासाहेब एक विचाराधारा, हमें उनके कारवे को आगे बढाना हैं ' - गोपाराम मेघवाल

समदड़ी। बाबासाहेब एक विचाराधारा, हमें उनके कारवे को आगे बढाना हैं ' - गोपाराम मेघवाल

रिपोर्टर : सुनील दवे / समदड़ी
समदड़ी। बाबासाहेब भीमराव जी अंबेडकर एक महान व्यक्तित्व होने के साथ साथ एक ऐसी विचाराधारा थे जिन्होंने आधुनिक भारत की नींव रखी। उन्होनें विषम परिस्थितियों में भी एक दलित वर्ग से निकल कर उच्च शिक्षा हासिल की एवं विश्व के सबसे बङे लोकतंत्र के संविधान निर्माता होने का गौरव प्राप्त किया।
उन्होंने समाज के दलितों,पिछङों एवं महिलाओं को मुख्य धारा में लाने एवं उन्हें सामाजिक व राजनीतिक समानता दिलाने के लिये अपना संपूर्ण जीवन अर्पित कर दिया।



उनकी वैचारिक क्रांति को हम आज केवल दलित समाज तक ही सीमित नहीं कर सकते बल्कि उनका व्यक्तित्व एवं विचारधारा तो उससे भी बहुत विस्तृत थी।उन्होनें तो राष्ट्रीय उत्थान के लिये एक ऐसे भारत की कल्पना की जिसमें सभी वर्गों को सामाजिक,राजनीतिक एवं आर्थिक उत्थान के समान अवसर मिलें।उनके द्वारा दिये गये "शिक्षित बनो,संगठित रहो एवं आगे बढो" की शिक्षा को हमें आत्मसात करने की आवश्यकता है।"

उक्त विचार बाबा साहेब अंबेडकर जी के 59 वें महापरिनिर्वाण दिवस पर समदङी में अपने निवास-स्थल पर कांग्रेस अजा विभाग की ओर से आयोजित बैठक में राज्य अजा आयोग के पूर्व अध्यक्ष एवं कांग्रेस अजा विभाग के जोधपुर संभाग समन्वयक गोपाराम मेघवाल ने बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये।

उन्होंने बङी संख्या में उपस्थित विभाग के कार्यकर्ताओं को सीख देते हुये कहा कि "हमें एकजुट होकर बाबा साहेब की शिक्षाओं एवं उनके कारवे को आगे बढाना है। नशावृति एवं अन्य सामाजिक कुरीतियों का त्याग कर शिक्षा की अलख जगानी है। इस काम के लिये समाज के शिक्षित युवा आगे आयें व हम सब के सहयोग एवं साथ से एक टीम के रूप में संगठित होकर रचनात्मक कार्यों व कैम्प आदि के माध्यम से जागृति अभियान चलायें।"
बैठक की शुरूआत में सभी ने बाबा साहेब की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर महापरिनिर्वाण दिवस पर हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित की।

अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
बैठक मे सिवाना ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अजा विभाग के ब्लॉक अध्यक्ष चुन्नीलाल जी मेघवाल,ब्लाक महामंत्री वेनाराम घूसर, समदड़ी नगर अध्यक्ष चुन्नीलाल जोगसन,नगर उपाध्यक्ष पारसमल,धनराज मेघवाल,महासचिव शंकरलाल,अशोक कुमार
, सुजाराम,पारसमल,हुकमाराम,पूरणमल,नारायणराम,हुकमाराम,सवाराम,हरिदास,भीमाराम,रतनलाल, आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।

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