राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने जोधपुर जिले के नान्दिया कलां गांव में एज्योर पावर के सात सौ करोड़ रूपए की लागत के एक सौ मेगावाट के सोलर एनर्जी पावर प्लांट का रविवार को शिलान्यास किया।
राजे के शिलान्यास करने के बाद राज्य सरकार एवं एज्योर पावर के बीच राज्य में सात हजार करोड़ रूपए की लागत के एक हजार मेगावाट सोलर एनर्जी पावर प्रोजेक्ट के लिए समझौता हुआ। जिस पर मुख्यमंत्री की मौजूदगी में एज्योर प्लांट प्रोजेक्ट के चेयरमैन एच एस बाधवा और आरआरईसीएल के प्रबंध निदेशक बी के दोषी ने हस्ताक्षर किए गए।
इस अवसर पर मती राजे ने कहा, "हम सौर ऊर्जा नीति को और अधिक सुदृढ़ करेंगे और 25 हजार मेगावाट सौर ऊर्जा की क्षमता को पांच वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य निर्घारित किया है।"
उन्होंने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में निवेशकों के लिए अनुकू ल वातावरण तैयार करना, एनर्जी सिक्योरिटी तथा जलवायु परिवर्तन की चुनौती का सामना करने जैसे लक्ष्यों को पूरा करना का उद्देश्य है।
मुख्यमंत्री ने एज्योर पावर एनर्जी के संबंध में लगाई गई प्रदर्शनीका अवलोकन भी किया। उन्होंने कहा कि प्लांट के लिए राज्य सरकार की ओर से जो भी सहयोग अपेक्षित होगा वह दिया जाएगा।
इस मौके बाधवा ने बताया इस सोलर प्लांट को अप्रेल 2015 में पूर्ण कर लिया जाएगा तथा 30 गांवों के लोंगो को इस सोलर एनर्जी पावर प्लांट से विद्युत आपूर्ति का लाभ मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि एज्योर पावर ने देश में अपनी विशेष पहचान बनायी है और ढाई हजार करोड़ की राशि का निवेश सोलर एनर्जी में हो चुका है।
उन्होंने बताया कि राजस्थान में दो सोलर प्लांट नागौर में स्थापित किए जा चुके हैं। देश के ग्यारह राज्यों में चल रहे सोलर एनर्जी पावर प्लांट के क्षेत्र में सबसे अधिक राजस्थान सरकार की ओर से सहयोग मिल रहा है। इस अवसर पर ऊर्जा राज्यमंत्री पुष्पेन्द्र सिंह राणावत भी उपस्थित थे। -
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