जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रावासों में रैगिंग पर लगाम नहीं लग पाई है। महाराजा कॉलेज के गोखले छात्रावास में सोमवार को रैगिंग की शिकायत के बाद देर रात फिर से कॉलेज प्रशासन और पुलिस को रैगिंग की सूचना मिली।
मौके पर पहुंची पुलिस को देख रैगिंग कर रहे लगभग आधा दर्जन छात्र भाग छूटे। पुलिस दो छात्रों को पकड़कर थाने ले गई।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने मंगलवार को प्राथमिक तौर पर रैगिंग का दोष्ाी पाए जाने पर सात छात्रों को कॉलेज और छात्रावास से निलंबित
कर दिया है। एक जूनियर छात्र की शिकायत पर द्वितीय एवं तृतीय वष्ाü के कुछ छात्रों के खिलाफ लाल कोठी थाने में मामला दर्ज कराया गया है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि सीनियर छात्र जूनियरों को कमरों से बाहर निकालकर शारीरिक प्रताड़ना देते हैं। उनके कमरों से सामान भी ले जाते हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन की उदासीनता
विश्वविद्यालय में एंटी रैगिंग कमेटी सक्रिय नहीं।
रैगिंग विरोधी पोस्टर-बैनर नदारद।
कार्रवाई हुई सिर्फ छात्रों पर, खानापूर्ति के तौर पर विवेकानंद छात्रावास के वार्डन को हटाया।
पत्रिका ने उठाया सबसे पहले मुद्दा
राजस्थान कॉलेज के विवेकानंद छात्रावास में रैगिंग का मामला राजस्थान पत्रिका ने सबसे पहले 30 अगस्त के अंक में उठाया था। इसके बाद रैगिंग से जुड़े हर समाचार को पत्रिका ने प्रमुखता से प्रकाशित किया।
राजस्थान विवि
गोखले छात्रावास में देर रात जूनियर छात्रों को दे रहे थे शारीरिक प्रताड़ना
पुलिस और कॉलेज प्रशासन ने दी दबिश
दीवार कूदकर भागे
छात्रावास पहुंची पुलिस को देखकर रैगिंग करने वाले छात्र छज्ो और दीवार कूदकर भाग गए। पकड़े गए दोनों छात्रों को पुलिस ने पूछताछ के बाद रात को ही छोड़ दिया।
ये छात्र हुए निलंबित
अजय, अनिल यादव, पंकज कुमार गढ़वाल, पुनीत, प्रिंस कुमार, रामस्वरूप और अशोक कुमार (बीएससी द्वितीय वर्ष)।
रैगिंग की शिकायत की पुष्टि होती है तो कार्रवाई में देरी नहीं होगी। अब तक सामने आए मामलों में तुरंत कार्रवाई हुई है।
डॉ. देवस्वरूप, कुलपति, राजस्थान विवि
कॉलेज के स्तर पर तुरंत कार्रवाई की गई है। पुलिस को भी सूचना दी। शिक्षकों को नए छात्रों की मदद को कहा है।
प्रो. एम. के. पंडित,
प्राचार्य, महाराजा कॉलेज -
मौके पर पहुंची पुलिस को देख रैगिंग कर रहे लगभग आधा दर्जन छात्र भाग छूटे। पुलिस दो छात्रों को पकड़कर थाने ले गई।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने मंगलवार को प्राथमिक तौर पर रैगिंग का दोष्ाी पाए जाने पर सात छात्रों को कॉलेज और छात्रावास से निलंबित
कर दिया है। एक जूनियर छात्र की शिकायत पर द्वितीय एवं तृतीय वष्ाü के कुछ छात्रों के खिलाफ लाल कोठी थाने में मामला दर्ज कराया गया है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि सीनियर छात्र जूनियरों को कमरों से बाहर निकालकर शारीरिक प्रताड़ना देते हैं। उनके कमरों से सामान भी ले जाते हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन की उदासीनता
विश्वविद्यालय में एंटी रैगिंग कमेटी सक्रिय नहीं।
रैगिंग विरोधी पोस्टर-बैनर नदारद।
कार्रवाई हुई सिर्फ छात्रों पर, खानापूर्ति के तौर पर विवेकानंद छात्रावास के वार्डन को हटाया।
पत्रिका ने उठाया सबसे पहले मुद्दा
राजस्थान कॉलेज के विवेकानंद छात्रावास में रैगिंग का मामला राजस्थान पत्रिका ने सबसे पहले 30 अगस्त के अंक में उठाया था। इसके बाद रैगिंग से जुड़े हर समाचार को पत्रिका ने प्रमुखता से प्रकाशित किया।
राजस्थान विवि
गोखले छात्रावास में देर रात जूनियर छात्रों को दे रहे थे शारीरिक प्रताड़ना
पुलिस और कॉलेज प्रशासन ने दी दबिश
दीवार कूदकर भागे
छात्रावास पहुंची पुलिस को देखकर रैगिंग करने वाले छात्र छज्ो और दीवार कूदकर भाग गए। पकड़े गए दोनों छात्रों को पुलिस ने पूछताछ के बाद रात को ही छोड़ दिया।
ये छात्र हुए निलंबित
अजय, अनिल यादव, पंकज कुमार गढ़वाल, पुनीत, प्रिंस कुमार, रामस्वरूप और अशोक कुमार (बीएससी द्वितीय वर्ष)।
रैगिंग की शिकायत की पुष्टि होती है तो कार्रवाई में देरी नहीं होगी। अब तक सामने आए मामलों में तुरंत कार्रवाई हुई है।
डॉ. देवस्वरूप, कुलपति, राजस्थान विवि
कॉलेज के स्तर पर तुरंत कार्रवाई की गई है। पुलिस को भी सूचना दी। शिक्षकों को नए छात्रों की मदद को कहा है।
प्रो. एम. के. पंडित,
प्राचार्य, महाराजा कॉलेज -
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