रविवार, 3 अगस्त 2014

डॉक्टरों की भर्ती : सभी जिलों में वॉक इन इन्टरव्यू

जयपुर। राजस्थान में चिकित्सकों के रिक्त पदों को भरने के लिए सभी जिलों में वॉक इन इन्टरव्यू आयोजित किए जाएंगे। जिला कलक्टर की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय समिति अगले सोमवार से प्रति सप्ताह वॉक इन इन्टरव्यू कर चिकित्सकों की नियुक्ति करेगी। प्रदेशभर में इसी सप्ताह प्रसूताओं की मृत्यु का सामाजिक अंकेक्षण प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ की अध्यक्षता में शनिवार को आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में यह जानकारी दी गई। 
walk in interview for doctors in all rajasthan district


प्रदेश में चिकित्सकों के 3000 से अधिक पदों को भरने के लिए जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय समिति में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला कोषाधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को शामिल किया गया है। यह समिति अगले सप्ताह से अपना कार्य प्रारंभ करेगी एवं प्रत्येक सोमवार को वॉक इन इन्टरव्यू कर चिकित्सकों की नियुक्ति करेगी।राठौड़ ने प्रदेश में शिशु मृत्यु दर एवं मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए किए जा रहे कार्यो की विस्तार से समीक्षा की एवं इसी सप्ताह से मातृ मृत्यु दर का सामाजिक अंकेषण प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा की एवं आगामी 2 अक्टूबर से पेंटावेलेंट वैक्सीन का उपयोग प्रारंभ करने के लिए सभी तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने चिह्नित 1600 डिलीवरी पाईन्ट पर चालू वित्त वर्ष में 1600 रेडियण्ट वारमर लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित करने के लिये हर संभव प्रयास सुनिश्चित किए जाएं। चिकित्सा मंत्री ने चिह्नित 100 एमसीएच विंग एवं जननी सुरक्षा योजना वार्ड को चालू करने के लिए आवश्यक चिकित्साकर्मियों को नियोजित करने व सभी उपकरण उपलब्ध कराने को कहा। हाई फोकस जिलों में कार्य आधारित प्रोत्साहन राशि के भुगतान के लिए रूपरेखा बनाकर तत्काल अतिरिक्त भुगतान करने के निर्देश दिए। उन्होंने सार्वजनिक निजी सहभागिता पर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में बाडमेर व सिरोही जिले में एक एक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को पीपीपी मॉडल पर देने के निर्देश जारी किए।बांसवाडा में कार्डिक केयर यूनिट स्थापित करने एवं समस्त स्वीकृत कार्यो को यथाशीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। राठौड़ ने क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के नियम बनाकर लागू करने के लिए आगामी 5 अगस्त को संबंधित चिकित्सा कर्मियों के साथ बैठक आयोजित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सेवारत चिकित्सकों की फीस का पुन: निर्धारण करने के लिए प्रमुख शासन सचिव की अध्यक्षता में समिति गठित करने एवं संबंधित चिकित्सक के निवास पर मरीज देखने का समय व फीस का स्पष्ट तौर पर अंकन करवाना सुनिश्चित करने पर बल दिया। उन्होंने रियायती दरों पर भूमि लेने वाली संस्थाओं में बीपीएल एवं गरीब रोगियों के लिए आरक्षित बैडस पर उनका ईलाज सुनिश्चित करने को निजी चिकित्सालयाें में रोगी मित्र नियोजित करने तथा निदेशालय स्तर पर हैल्पलाइन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। चिकित्सा मंत्री ने बताया कि चिकित्सा सुविधाएं विकसित करने के लिए निजी निवेश को प्रोत्साहित करने की नीति बनाने के लिए विशेषज्ञों की राय लेकर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। उन्हाेंने एसएमएस हॉस्पीटल में टोमा सेंटर को शीघ्र प्रारंभ करने के साथ ही अंग प्रत्यारोपण संस्थान की स्थापना एवं रजिस्ट्री प्रकोष्ठ का शीघ्र गठन करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि स्वीकृत 3 कैंसर इंस्टीटयूट यथा स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने आशा सहयोगिनियों को प्रोत्साहित राशि का भुगतान ऑनलाइन करने की कार्रवाई तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश दिए। राठौड़ ने जिला अस्पतालों में सीटी स्केन एवं एमआरआई की व्यवस्था सार्वजनिक निजी सहभागिता मोड पर करने एवं मदर मिल्क बैंक की स्थापना करने का कार्य समयबद्ध रूप से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने संयुक्त सचिव, चिकित्सा शिक्षा एवं मुख्य अभियंता को इसी सप्ताह बीकानेर संभाग का दौरा कर समस्त स्वीकृत कार्याे व निर्माण कार्यो का जायजा लेकर उन्हें समय सीमा में पूर्ण कराने को कहा।
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