काठमांडू: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल नेपाल की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे, जिसका उद्देश्य आर्थिक और अन्य क्षेत्रों में सहयोग के जरिए द्विपक्षीय संबंधों को और उंचाइयों पर ले जाना है। मोदी यहां सिर्फ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत ही करने नही बल्कि मशहूर तीर्थस्थल पशुपतिनाथ मंदिर में विशेष पूजा अर्चना के लिए भी आ रहे हैं।
मोदी यहां सोमवार को विशेष पूजा-अर्चना के दौरान 2500 किलोग्राम चंदन चढ़ाएंगे। पशुपतिनाथ क्षेत्र विकास न्यास के सदस्य सचिव गोविंद टंडन ने आज मीडिय़ा को बताया, ‘‘हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारतीय प्रधानमंत्री ने 2.5 टन सफेद चंदन की लकड़ी पशुपतिनाथ मंदिर को भेजी है। चंदन की लकड़ी का मूल्य करीब तीन करोड़ रुपये होगा।’’
इस चंदन ने मंदिर प्रबंधन समिति को बेहद राहत दी है, क्योंकि शिवलिंग पर चढ़ाने के लिए उसे कम से कम आधा किलोग्राम सफेद चंदन की जरूरत पड़ती है। भारतीय चंदन पहले भारतीय दूतावास भेजा गया इसके बाद शुक्रवार को न्यास के हवाले किया गया। इतना ही नहीं पीएम मोदी के हाथों चंदन लेने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। पी.ए.डी.टी. के मुताबिक पशुपतिनाथ मंदिर में पूजा के लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
श्राणव महीना शिव लिंगों के अभिषेक के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है और इस माह में सोमवार को पूजा अर्चना करने का विशेष विधान है। मोदी सोमवार को श्रावण की अंतिम सोमवारी को पशुपतिनाथ का दर्शन पूजन करेंगे। इससे पहले पशुपतिनाथ मंदिर के लिए भारत सरकार ने 500 किलोग्राम चंदन अर्पित किया था। गौरतलब है कि इससे पहले जून 1997 में प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल वहां गए थे। कोई भारतीय प्रधानमंत्री 17 साल
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