जयपुर। अगर आप मकान लेने का सपना संजोए बैठे है तो अब आपका सपना पूरा होने वाला है। प्रदेश में 10 हजार मकान इसी साल आपके लिए बनकर तैयार है।
बीते तीन साल में आवास-विकास संस्थान की ओर से आर्थिक लिहाज से कमजोर लोगों के लिए 20 हजार से ज्यादा मकान बनाने की योजना लांच की गई है।
इसके तहत सिर्फ जयपुर में ही अफोर्डेबल हाउसिंग पॉलिसी के तहत मकान बनकर तैयार हो चुके है।
आवास-विकास और जेडीए के साझा प्रयास से जल्द ही गरीबों को मकान का कब्जा दे दिया जाएगा।
अफोर्डेबल हाउसिंग योजना के तहत ये मकान आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सस्ती दरों पर आवंटित किए गए है।
गौरतलब है कि 2009 में गरीब और अल्प आय वर्ग को अपना घर मुहैया कराने के लिए अफोर्डेबल हाउसिंग योजना तैयार की गई थी।
इस योजना के तहत प्रदेशभर में तकरीबन 10 हजार 256 मकान बनाने की योजना थी।
इसके बाद सेकंड फेज में करीब 5 हजार मकानों की योजना लांच की गई है।
सेकंड फेज के मकान बनाने की तैयारियां भी शुरू हो चुकी है।
इसके अलावा जल्द ही उदयपुर, जोधपुर और बालोतरा में मेघा हाउसिंग स्कीम के नाम से करीबन 7 हजार मकान बनाए जाएंगे।
बीते तीन साल में आवास-विकास संस्थान की ओर से आर्थिक लिहाज से कमजोर लोगों के लिए 20 हजार से ज्यादा मकान बनाने की योजना लांच की गई है।
इसके तहत सिर्फ जयपुर में ही अफोर्डेबल हाउसिंग पॉलिसी के तहत मकान बनकर तैयार हो चुके है।
आवास-विकास और जेडीए के साझा प्रयास से जल्द ही गरीबों को मकान का कब्जा दे दिया जाएगा।
अफोर्डेबल हाउसिंग योजना के तहत ये मकान आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सस्ती दरों पर आवंटित किए गए है।
गौरतलब है कि 2009 में गरीब और अल्प आय वर्ग को अपना घर मुहैया कराने के लिए अफोर्डेबल हाउसिंग योजना तैयार की गई थी।
इस योजना के तहत प्रदेशभर में तकरीबन 10 हजार 256 मकान बनाने की योजना थी।
इसके बाद सेकंड फेज में करीब 5 हजार मकानों की योजना लांच की गई है।
सेकंड फेज के मकान बनाने की तैयारियां भी शुरू हो चुकी है।
इसके अलावा जल्द ही उदयपुर, जोधपुर और बालोतरा में मेघा हाउसिंग स्कीम के नाम से करीबन 7 हजार मकान बनाए जाएंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें