प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिका यात्रा के लिए औपचारिक रूप से आमंत्रित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को 21वीं सदी में निर्णायक साझेदारी का रूप देने के लिए उनके साथ नजदीकी तौर पर काम करने की इच्छा जतायी है।
मोदी ने इस आमंत्रण के लिए धन्यवाद देते हुए कहा है कि उन्हें सितम्बर में परिणामोन्मुखी यात्रा का इंतजार रहेगा जिससे ऐसे ठोस परिणाम आएंगे जो रणनीतिक साझेदारी को नई गति और ऊर्जा प्रदान करेंगे। मोदी को ओबामा का आमंत्रण पत्र अमेरिका के उप विदेश मंत्री विलियम बर्न्सक ने तब दिया जब उन्होंने यहां उनसे (मोदी) मुलाकात की।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से आज जारी एक बयान में कहा गया है कि ओबामा ने अपने पत्र में मोदी को सितम्बर में वॉशिंगटन की यात्रा करने के लिए अपना आमंत्रण दोहराया और साथ ही यह भी कहा कि वह भारत अमेरिका संबंधों को 21वीं सदी में एक निर्णायक साझेदारी का रूप देने के लिए उनके साथ घनिष्ठता से काम करने के इच्छुक हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का विचार था कि भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी को नई ऊर्जा प्रदान करने से क्षेत्र और उसके आगे भी एक महत्वपूर्ण संदेश जाएगा। मोदी ने भारत-अमेरिका संबंधों के लिए अपनी दृष्टि अभिव्यक्त करते हुए कहा कि विश्व के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच संबंध ना केवल दोनों देशों की बेहतरी बल्कि यह शांति, स्थिरता और विश्व की समृद्धि के लिए एक मजबूत ताकत के तौर पर उभरना चाहिए।
बर्न्सक ने आर्थिक संबंधों को मजबूती प्रदान करने की ओबामा की इच्छा से अवगत कराया जिसमें अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी और विनिर्माण क्षेत्र, उर्जा सुरक्षा बढ़ाने में सहयोग, समुद्री सुरक्षा सहित सुरक्षा सहयोग में बढोतरी, आतंकवादी रोधी और गुप्तचर आदान प्रदान, विस्तारित मशविरा और अफगानिस्तान पर समन्वय तथा एशिया में सुरक्षा एवं समद्धि बढ़ाने के लिए और व्यापक तौर पर काम करना शामिल है।
मोदी ने संबंध के व्यापक परिप्रेक्ष्य में सहयोग और बढ़ाने की व्यापक संभावना देखी और दोनों देशों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करने के लिए नए तरीके निर्मित करने में युवाओं को शामिल किये जाने पर विशेष जोर दिया।
बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने सभी पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को मजबूती प्रदान करने की इच्छा जतायी। मोदी ने ओबामा के उस टेलीफोन कॉल का उल्लेख किया जो उन्होंने उनके प्रधानमंत्री बनने के तत्काल बाद किया था। मोदी ने ओबामा के विस्तृत और विचारशील पत्र की भी प्रशंसा की।
इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल, विदेश सचिव सुजाता माथुर, यूएस चार्ज डी अफेयर्स कैथलीन स्टीफेंस और दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के लिए अमेरिका की उप विदेश मंत्री निशा बिस्वाल भी मौजूद थीं।
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