चितौड़गढ़। राजस्थान के चितौड़गढ़ जिले में गत कुछ दिनों से लापता एक युवती का गड़ा शव मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने जब प्रारंभिक जांच की तो इस महिला की मौत एड्स से होना पाया गया और उससे भी बड़ी बात सामने आई वह हमारी सामाजिक व्यवस्था एवं प्रेम प्रसंग को चरमरा देने वाली थी।
महिला को गंभीर कही जाने वाली बीमारी होने के चलते उसके प्रेमी ने छोड़ा व बाद में उससे जिससे पुन: प्रेम विवाह किया उसने भी अस्पताल की चौखट पर ला पटका और माता पिता ने तो उसके नाजायज संबंधों के कारण उसका वर्षो पूर्व ही तिरस्कार कर दिया था जिन्होंने उसके मरने के बाद भी उससे मुंह फेर लिया।
जिले के गंगरार थाना क्षेत्र के बुढ ग्राम की निवासी लतीता उर्फ नंदा (बदला हुआ नाम) पुत्री नारूलाल जाट (26) की बीमारी अवस्था में करीब एक पखवाड़े पहले उसका कथित पति राशमी निवासी मुकेश गुर्जर जिला अस्पताल की चौखट पर छोड़ गया था जिसकी जानकारी मीडियाकर्मियों को मिली तो उससे उन्हें यह बात बताई कि मैंने मुकेश से प्रेम विवाह किया था और वह ही मुझे यहां उपचार के लिए लाया और छोड़कर कही गया है।
मीडियाकर्मियों ने युवती के बताने पर उसके पिता से भी सम्पर्क किया तो जाट ने स्पष्ट कहा कि मेरे लिए तो यह आठ साल पूर्व ही मर गई थी जब वह किसी सत्यनारायण नामक युवक के साथ गांव से फरार हो गई थी। बहुत देर तक युवती के दूसरे प्रेमी पति गुर्जर के नहीं लौटने पर मीडियाकर्मियों ने पुलिस को सूचना दे दी और जब तक पुलिस पहुंची उक्त युवती भी वहां से गायब हो गई।
इस घटना के तीन चार दिन बाद ही निम्बाहेडा सदर थानांतर्गत सतखंडा ग्राम के लोगों ने पुलिस को सूचना दी कि गांव में रहने वाले संपत डांगी नामक व्यक्ति के घर में एक युवती बंधक है और रात भर वह चीख चिल्ला रही थी। इस सूचना पर थानाधिकारी ने पुलिस दल गांव में भेजा तो युवती तो वहां नही मिली पर ग्रामीणों के कथन पर पुलिस संपत डांगी को थाने ले आई जहां पूछताछ में उसने बताया कि संगीता मेरी मुंहबोली बहन थी और बीमार थी, मुझे नहीं पता वह कहां चली गई।
पुलिस को उसकी बात पर यकीन नहीं हुआ तो गत एक सप्ताह से उसे हिरासत में रखते हुए अलग-अलग तरीकों से पूछताछ करने के साथ ही सतखंडा के ग्रामीणों से भी युवती के बारे में जानकारी करती रही जिससे मंगलवार प्रात: पुलिस को गांव से पता चला कि उक्त युवती की तो चार दिन पूर्व मौत हो गई थी और गांव का ही एक व्यक्ति उसे सिंदवडी स्थित खनन क्षेत्र में दफना आया है।
इस पर पुलिस ने उक्त व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह टूट गया और उसने बताया कि डांगी के घर पुलिस के आने से संगीता वहां से निकलकर मेरे यहां आ गई और उसकी मौत हो गई थी जिस पर मैंने युवती के पिता को सूचना दी तो उसे भी वही जवाब मिला कि मेरे लिए तो वह आठ साल पहले ही मर गई थी। इसके बाद इस व्यक्ति ने अपने स्तर पर शव को खनन क्षेत्र में ले जाकर नमक के साथ दफना दिया।
थानाधिकारी गजेन्द्र सिंह ने बताया कि युवती का शव मिलने पर हमने उसके पिता को भी बुलवाया है लेकिन उन्होंने हमें भी उससे कोई लेना देना नहीं बताया है फिर भी प्रयास कर रहे है कि इसका विधिवत दाह संस्कार उसके परिजन ही करें। उन्होंने बताया कि मौके पर भदेसर के उपखंड अधिकारी भी पहुंचे हैं और युवती को एड्स होने के दस्तावेज मिलने के बावजूद हम मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाएंगे। फिलहाल मर्ग दर्ज कर शव को निम्बाहेडा अस्पताल रखवाया गया है। -
महिला को गंभीर कही जाने वाली बीमारी होने के चलते उसके प्रेमी ने छोड़ा व बाद में उससे जिससे पुन: प्रेम विवाह किया उसने भी अस्पताल की चौखट पर ला पटका और माता पिता ने तो उसके नाजायज संबंधों के कारण उसका वर्षो पूर्व ही तिरस्कार कर दिया था जिन्होंने उसके मरने के बाद भी उससे मुंह फेर लिया।
जिले के गंगरार थाना क्षेत्र के बुढ ग्राम की निवासी लतीता उर्फ नंदा (बदला हुआ नाम) पुत्री नारूलाल जाट (26) की बीमारी अवस्था में करीब एक पखवाड़े पहले उसका कथित पति राशमी निवासी मुकेश गुर्जर जिला अस्पताल की चौखट पर छोड़ गया था जिसकी जानकारी मीडियाकर्मियों को मिली तो उससे उन्हें यह बात बताई कि मैंने मुकेश से प्रेम विवाह किया था और वह ही मुझे यहां उपचार के लिए लाया और छोड़कर कही गया है।
मीडियाकर्मियों ने युवती के बताने पर उसके पिता से भी सम्पर्क किया तो जाट ने स्पष्ट कहा कि मेरे लिए तो यह आठ साल पूर्व ही मर गई थी जब वह किसी सत्यनारायण नामक युवक के साथ गांव से फरार हो गई थी। बहुत देर तक युवती के दूसरे प्रेमी पति गुर्जर के नहीं लौटने पर मीडियाकर्मियों ने पुलिस को सूचना दे दी और जब तक पुलिस पहुंची उक्त युवती भी वहां से गायब हो गई।
इस घटना के तीन चार दिन बाद ही निम्बाहेडा सदर थानांतर्गत सतखंडा ग्राम के लोगों ने पुलिस को सूचना दी कि गांव में रहने वाले संपत डांगी नामक व्यक्ति के घर में एक युवती बंधक है और रात भर वह चीख चिल्ला रही थी। इस सूचना पर थानाधिकारी ने पुलिस दल गांव में भेजा तो युवती तो वहां नही मिली पर ग्रामीणों के कथन पर पुलिस संपत डांगी को थाने ले आई जहां पूछताछ में उसने बताया कि संगीता मेरी मुंहबोली बहन थी और बीमार थी, मुझे नहीं पता वह कहां चली गई।
पुलिस को उसकी बात पर यकीन नहीं हुआ तो गत एक सप्ताह से उसे हिरासत में रखते हुए अलग-अलग तरीकों से पूछताछ करने के साथ ही सतखंडा के ग्रामीणों से भी युवती के बारे में जानकारी करती रही जिससे मंगलवार प्रात: पुलिस को गांव से पता चला कि उक्त युवती की तो चार दिन पूर्व मौत हो गई थी और गांव का ही एक व्यक्ति उसे सिंदवडी स्थित खनन क्षेत्र में दफना आया है।
इस पर पुलिस ने उक्त व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह टूट गया और उसने बताया कि डांगी के घर पुलिस के आने से संगीता वहां से निकलकर मेरे यहां आ गई और उसकी मौत हो गई थी जिस पर मैंने युवती के पिता को सूचना दी तो उसे भी वही जवाब मिला कि मेरे लिए तो वह आठ साल पहले ही मर गई थी। इसके बाद इस व्यक्ति ने अपने स्तर पर शव को खनन क्षेत्र में ले जाकर नमक के साथ दफना दिया।
थानाधिकारी गजेन्द्र सिंह ने बताया कि युवती का शव मिलने पर हमने उसके पिता को भी बुलवाया है लेकिन उन्होंने हमें भी उससे कोई लेना देना नहीं बताया है फिर भी प्रयास कर रहे है कि इसका विधिवत दाह संस्कार उसके परिजन ही करें। उन्होंने बताया कि मौके पर भदेसर के उपखंड अधिकारी भी पहुंचे हैं और युवती को एड्स होने के दस्तावेज मिलने के बावजूद हम मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाएंगे। फिलहाल मर्ग दर्ज कर शव को निम्बाहेडा अस्पताल रखवाया गया है। -
व्यभिचारी लोगों के साथ ऐसा ही होता है ! जिसने खुद सामाजिक रिश्तों को नहीं समझा, समाज उसके साथ रिश्ते क्यों निभाये !!
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