जयपुर। शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में आरटेट की बाध्यता से परेशान अभ्यर्थियों के लिए राहत भरी खबर है।
राजे सरकार ने टीचर भर्ती के लिए केवल एक परीक्षा रिक्रूटमेंट कम एलिजबिलिटी एक्जाम फॉर टीचर्स (रीट) कराने की घोषणा की है।
इससे अभ्यर्थियों को एक से अधिक परीक्षाओं में शामिल होने के बोझ से मुक्ति मिलेगी।
नए नियमों के अनुसार, रीट परीक्षा में ही मेरिट बनाकर अभ्यर्थियों का चयन भर्ती के लिए कर लिया जाएगा।
मेरिट बनाते वक्त सेकंडरी व सीनियर सेकंडरी तथा ग्रेजुएशन के 10-10 फीसदी अंक और शेष अंक रीट परीक्षा में जोड़े जाएंगे।
तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती के लिए पहले टेट पास करनी पड़ती थी। इसके बाद जिला परिषद की ओर से आयोजित अध्यापक भर्ती परीक्षा के दौर से गुजरना पड़ता था।
टेट और अध्यापक भर्ती के प्राप्त अंकों को मिलाकर अध्यापक भर्ती की जाती थी। अब उक्त दोहरी परीक्षा प्रणाली को समाप्त कर केवल एक ही परीक्षा आयोजित की जाएगी।
राजे ने कहा कि हमने ऎसा कर सुराज संकल्प का वादा पूरा किया है।
राजे सरकार ने टीचर भर्ती के लिए केवल एक परीक्षा रिक्रूटमेंट कम एलिजबिलिटी एक्जाम फॉर टीचर्स (रीट) कराने की घोषणा की है।
इससे अभ्यर्थियों को एक से अधिक परीक्षाओं में शामिल होने के बोझ से मुक्ति मिलेगी।
नए नियमों के अनुसार, रीट परीक्षा में ही मेरिट बनाकर अभ्यर्थियों का चयन भर्ती के लिए कर लिया जाएगा।
मेरिट बनाते वक्त सेकंडरी व सीनियर सेकंडरी तथा ग्रेजुएशन के 10-10 फीसदी अंक और शेष अंक रीट परीक्षा में जोड़े जाएंगे।
तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती के लिए पहले टेट पास करनी पड़ती थी। इसके बाद जिला परिषद की ओर से आयोजित अध्यापक भर्ती परीक्षा के दौर से गुजरना पड़ता था।
टेट और अध्यापक भर्ती के प्राप्त अंकों को मिलाकर अध्यापक भर्ती की जाती थी। अब उक्त दोहरी परीक्षा प्रणाली को समाप्त कर केवल एक ही परीक्षा आयोजित की जाएगी।
राजे ने कहा कि हमने ऎसा कर सुराज संकल्प का वादा पूरा किया है।
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