सभी भक्तों के देवता हनुमान जी की लीला अपरंपार है। हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने हेतु उनके अलग अलग रूप मंदिरों में देखने को मिलते हैं।
हनुमान जी के इन मंदिरों में उनके भांति भांति के रूप रंग देखने को मिलते हैं।
ऎसा ही एक मंदिर उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद शहर में स्थित है।
इलाहबाद किले से सटा यह मंदिर लेटे हुए हनुमान जी की प्रतिमा वाला एक छोटा किन्तु प्राचीन मंदिर है।
यह सम्पूर्ण भारत का केवल एकमात्र मंदिर है जिसमें हनुमान जी लेटी हुई मुद्रा में हैं।
यहां पर स्थापित हनुमान जी की प्रतिमा 20 फीट लम्बी है। जब वर्षा के दिनों में बाढ़ आती है और यह सारा स्थान जलमग्न हो जाता है, तब हनुमानजी की इस मूर्ति को कहीं ओर ले जाकर सुरक्षित रखा जाता है। उपयुक्त समय आने पर इस प्रतिमा को पुन: यहीं लाया जाता है।
हनुमान जी के इन मंदिरों में उनके भांति भांति के रूप रंग देखने को मिलते हैं।
ऎसा ही एक मंदिर उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद शहर में स्थित है।
इलाहबाद किले से सटा यह मंदिर लेटे हुए हनुमान जी की प्रतिमा वाला एक छोटा किन्तु प्राचीन मंदिर है।
यह सम्पूर्ण भारत का केवल एकमात्र मंदिर है जिसमें हनुमान जी लेटी हुई मुद्रा में हैं।
यहां पर स्थापित हनुमान जी की प्रतिमा 20 फीट लम्बी है। जब वर्षा के दिनों में बाढ़ आती है और यह सारा स्थान जलमग्न हो जाता है, तब हनुमानजी की इस मूर्ति को कहीं ओर ले जाकर सुरक्षित रखा जाता है। उपयुक्त समय आने पर इस प्रतिमा को पुन: यहीं लाया जाता है।
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