नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में एनडीए को पूर्ण बहुमत नहीं मिला और नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बन पाए तो भाजपा विपक्ष में बैठेगी। यह कहना है भाजपा में मोदी खेमे का।
मोदी खेमे का कहना है कि खराब से खराब स्थिति में भी एनडीए के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार पर कोई समझौता नहीं होगा। हालांकि कुछ भाजपा नेता कह रहे हैं कि एनडीए 272 का जादुई आंकड़ा पार कर लेगा लेकिन सात चरणों के मतदान के बाद पार्टी के कुछ हलकों में चिंता उभर रही है कि एनडीए को शायद ही पूर्ण बहुमत मिल पाए।
मोदी के करीबी एक भाजपा नेता ने कहा,हमारा खुद का एग्जिट पोल दिखाता है कि हम अच्छा कर रहे हैं। खराब से खराब हालत में भी एनडीए को 200 सीटें मिलेगी। कांग्रेस को 100 से कम सीटें मिलेगी। पार्टी के कुछ नेताओं का कहना है कि चुनाव बाद सरकार बनाने के लिए कुछ अन्य दलों से गठबंधन की जरूरत पड़ सकती है। 105 सीटों पर दो चरणों में मतदान होना है।
इन सीटों पर पार्टी की पकड़ मजबूत नहीं है। ऎसे में नतीजे आने के बाद पार्टी को एआईएडीएमके,तृणमूल कांग्रेस और बीजू जनता दल जैसे दलों से संपर्क करना पड़ सकता है। ये दल पहले भी एनडीए का हिस्सा रह चुके हैं। लेकिन चुनाव प्रचार के दौरान नरेन्द्र मोदी ने इन दलों के नेताओं पर तीखे हमले बोले हैं। मोदी के करीबी भाजपा नेताओं का कहना है कि किसी अन्य व्यक्ति को पीएम बनाने की शर्त पर चुनाव बाद गठबंधन नहीं करेगी।
मोदी समर्थकों के मुताबिक प्लान बी की जरूरत नहीं है। मोदी का एआईएडीएमके प्रमुख जे.जयललिता से रिश्ते इतने खराब नहीं है कि उन्हें एनडीए में शामिल करने के लिए राजी नहीं किया जा सके। भाजपा के एक नेता का कहना है कि सहयोगी दलों पर जितनी निर्भरता बढ़ेगी उतनी ही मोलभाव की ताकत बढ़ेगी।
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