नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी की अगुआई में नई सरकार से अर्थव्यवस्था के फिर रफ्तार पकड़ने की उम्मीदों के बीच डॉलर के मुकाबले रूपए ने जोरदार तेजी पकड़ी और एशिया प्रशांत की अन्य मुद्रओं से काफी आगे निकल गई।
वर्ष 2014 की शुरूआत में 5.3 प्रतिशत की बढ़त के साथ ही रूपया इंडोनेशिया के रूपैया और न्यूजीलैंड के डालर सहित एशिया, प्रशांत क्षेत्र के विभिन्न देशों की मुद्राओं को पछाड़कर आगे निकल गया।
गत कारोबारी दिवस शुकवार को अंतर बैंकिंग मुद्रा बाजार में डालर की तुलना में रूपया ग्यारह महीने के उच्चतम स्तर 58.52 रूपए प्रति डालर पर पहुंच गया। देश में विदेशी निवेश का प्रवाह बढ़ने से इस वर्ष की शरूआत में 61.8 रूपए प्रति डालर के स्तर पर रहा रूपया छह महीने से कम समय में ही बेहतर प्रदर्शन करते हुए 327 पैसे मजबूत हुआ है।
अगस्त 2013 में यह अब तक सबसे न्यूनतम स्तर 68.80 रूपए प्रति डालर के स्तर पर आ गया था। विशेषज्ञों के मुताबिक सोलहवें लोकसभा चुनाव के अप्रत्याशित परिणाम से देश में स्थिर सरकार के गठन और सुधार कार्यक्रमों के लागू होने की उम्मीद में विदेशी संस्थागत निवेश पांच अरब डालर से लेकर 20 अरब डालर तक पहंुचने का अनुमान है।
इसके मद्देनजर वित्त वर्ष 2014.15 में डालर के मुकाबले रूपया के 57 से 61 रूपए प्रति डालर के बीच रहने की उम्मीद है। आईसीआईसीआई बैंक के शोध समूह की रिपोर्ट के अनुसार डॉलर के मुकाबले मजबूती हासिल करने में भारतीय मुद्रा रूपया के बाद 4.6 प्रतिशत की बढ़त के साथ इंडोनेशियाई रूपैया 3.75 प्रतिशत के साथ न्यूजीलैंड डालर और 3.5 प्रतिशत के साथ आस्ट्रेलियाई डलर का स्थान है।
इसके अलावा डालर के मुकाबले 1.6 प्रतिशत के साथ फिलिपींसपेसो 0.5 प्रतिशत के साथ थाइलैंड का बाट और सिंगापुर के डालर का स्थान है। इस वर्ष हांगकांग की मुद्रा में कोई बदलाव नहीं देखा गया। -
वर्ष 2014 की शुरूआत में 5.3 प्रतिशत की बढ़त के साथ ही रूपया इंडोनेशिया के रूपैया और न्यूजीलैंड के डालर सहित एशिया, प्रशांत क्षेत्र के विभिन्न देशों की मुद्राओं को पछाड़कर आगे निकल गया।
गत कारोबारी दिवस शुकवार को अंतर बैंकिंग मुद्रा बाजार में डालर की तुलना में रूपया ग्यारह महीने के उच्चतम स्तर 58.52 रूपए प्रति डालर पर पहुंच गया। देश में विदेशी निवेश का प्रवाह बढ़ने से इस वर्ष की शरूआत में 61.8 रूपए प्रति डालर के स्तर पर रहा रूपया छह महीने से कम समय में ही बेहतर प्रदर्शन करते हुए 327 पैसे मजबूत हुआ है।
अगस्त 2013 में यह अब तक सबसे न्यूनतम स्तर 68.80 रूपए प्रति डालर के स्तर पर आ गया था। विशेषज्ञों के मुताबिक सोलहवें लोकसभा चुनाव के अप्रत्याशित परिणाम से देश में स्थिर सरकार के गठन और सुधार कार्यक्रमों के लागू होने की उम्मीद में विदेशी संस्थागत निवेश पांच अरब डालर से लेकर 20 अरब डालर तक पहंुचने का अनुमान है।
इसके मद्देनजर वित्त वर्ष 2014.15 में डालर के मुकाबले रूपया के 57 से 61 रूपए प्रति डालर के बीच रहने की उम्मीद है। आईसीआईसीआई बैंक के शोध समूह की रिपोर्ट के अनुसार डॉलर के मुकाबले मजबूती हासिल करने में भारतीय मुद्रा रूपया के बाद 4.6 प्रतिशत की बढ़त के साथ इंडोनेशियाई रूपैया 3.75 प्रतिशत के साथ न्यूजीलैंड डालर और 3.5 प्रतिशत के साथ आस्ट्रेलियाई डलर का स्थान है।
इसके अलावा डालर के मुकाबले 1.6 प्रतिशत के साथ फिलिपींसपेसो 0.5 प्रतिशत के साथ थाइलैंड का बाट और सिंगापुर के डालर का स्थान है। इस वर्ष हांगकांग की मुद्रा में कोई बदलाव नहीं देखा गया। -
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