श्री कृश्ण जन्म एवं नन्द उत्सव की मनोरम झांकिया सजी भागवत कथा के चतुर्थ दिवस
बाड़मेर स्व. चतुर्भज जी पारीक की स्मृति में षिव कुटिया के सामने, सुमेर गौषाला मैदान में आयोजित भागवत कथा के चतुर्थ दिवस मरूधर पीठाधीष्वर महामण्डलेष्वर 1008 श्री राम किषोराचार्य जी महाराज द्वारा भगवान के विभिन्न अवतारों की कथा का वर्णन किया गया वामन अवतार एवं भगवान श्री कृश्ण के जन्म एवं नन्द बाबा के यहा भगवान के प्राकटय की मनोहर झांकियों ने सभी को नाचने को मजबूर कर दिया।
इससे पूर्व मुख्य यजमान श्रीमती अयोध्या देवी एवं उनके परिवार द्वारा भागवत जी, व्यास पीठ एवं महाराज जी का पूजन किया गया। आज की कथा में राम स्नेही संत पूज्य श्री रामस्वरूपजी षास्त्री के सानिध्य प्राप्त हुआ जिनका यजमान परिवार द्वारा माल्यार्पण किया गया। गुरूवार की कथा में कृश्ण भगवान की बाल लिलाओं का वर्णन होगा एवं गोवर्धन पूजा एवं छप्पन भोग की मनोरम झांकिया प्रस्तुत की जावेगी। कथा के दौरान विभिन्न झांकिया एवं मंच सज्जा का कार्य पवन आसेरी द्वारा एवं कार्यक्रम का संचालन आनन्द गुप्ता द्वारा किया गया।
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