बुधवार, 12 फ़रवरी 2014

शव कलक्ट्रेट के सामने रख कर प्रदर्शन

नागौर।शहर के कालू खां की बाड़ी स्थित बाबू खां के मकान में लगी आग को हत्या की साजिश बताते हुए मंगलवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आरोपियों को गिरफ्तार करने तथा मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया। मुआवजे की मांग पूरी नहीं होने पर लोग शव लेकर विधायक हनुमान बेनीवाल के नेतृत्व में कलक्ट्रेट पहुंच गए। विधायक बेनीवाल व समुदाय के प्रमुख लोगों ने कलक्टर डॉ. वीना प्रधान के साथ वार्ता की।

बाद में कलक्टर व एसपी लक्ष्मण गौड़ ने बाहर आकर आरोपियों को सात दिन में गिरफ्तार करने तथा नियमानुसार मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। तब जाकर मामला शांत हुआ और लोग शव लेकर रवाना हुए। बाबू खां का शव मंगलवार को नागौर पहुंचते ही उसके घर पर समाज के लोगों की भीड़ एकत्र होना शुरू हो गई। भीड़ को शांत करने के लिए डिप्टी मुरलीधर किराड़ू मौके पर पहुंचे और समझाइश का प्रयास किया।


परिजन उन्हें पांच-पांच लाख का मुआवजा दिलाने की मांग तथा आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। मामले की जानकारी मिलने पर नागौर विधायक हबीबुर्रहमान भी मौके पर पहुंच गए। परिजनों की मांग पर कलक्टर को फोन पर सूचना देकर मुआवजे के लिए सरकार से बात करने को कहा। विधायक ने इस दौरान जयपुर भी बात की, लेकिन परिजनों को कोई ठोस आश्वासन नहीं दे पाए।

चार के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज


बाबू खां को मारने के लिए षड़यंत्र रचकर आग लगाने के आरोप में कोतवाली थाने में मंगलवार को चार जनों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस के अनुसार कालू खां की बाड़ी निवासी हबीब पुत्र उमराव खां कायमखानी ने रिपोर्ट देकर बताया कि घटना के दौरान शमशेर खां उर्फ मुन्ना पुत्र इब्राइम खां व सोलंकियों की ढाणी निवासी उस्मान खां सहित तीन-चार लड़के कूदे और एक सफेद बोलेरो कार में बैठकर भाग गए।


हबीब ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि उसे अर्जुन से जानकारी मिली कि घटना के दिन दलजीतसिंह व देवेन्द्र शर्मा बाबू खां से मिलने आए थे। बाबू घर पर नहीं होने पर वे खाना खाकर वहीं सो गए। लेकिन घटना से कुछ देर पहले वे उठकर बाहर गए और कुछ ही देर बाद आग लग गई। हनीफ ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने षड़यंत्र रचकर उसके परिवार को केमिकल या अन्य किसी पदार्थ से जलाकर मार डाला। पुलिस ने चारों के खिलाफ नामदज मामला दर्ज किया है। जांच कोतवाली थानाधिकारी रमेन्द्रसिंह को सौंपी गई है।

कलक्ट्रेट चौराहे पर जाम


पुलिस एवं प्रशासन से कोई आश्वासन नहीं मिलने पर मुस्लिम समाज के लोग कलक्ट्रेट चौराहे पर आ गए और तीनों रास्ते जाम कर दिए। लोगों ने सड़कों पर आढ़े-टेढ़े वाहन खड़े कर यायातात बाधित कर दिया। इस दौरान समाज के लोग विधायक हनुमान बेनीवाल व कांग्रेसी नेता दिलावर खान के नेतृत्व में बाबू खां का शव को लेकर कलक्ट्रेट पहुंच गए, जिन्हें एडीएम एएच गौरी व एएसपी डॉ. प्यारेलाल शिवरान ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनने पर वे कलक्टर से वार्ता करने गए। पूरी बात सुनने के बाद कलक्टर व एसपी ने शव लेकर बैठे लोगों को मामले की निष्पक्ष जांच कराने व पीडित परिवार को नियमानुसार मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद लोगों ने वहां से शव को उठा लिया।

एफएसएल टीम ने की जांच


बाबू खां के परिजनों ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट देकर कुछ लोगों पर जानबूझ कर आग लगाने का आरोप लगाया था। पुलिस अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मंगलवार को जयपुर से फोरेंसिंक साइंस लेब (एफएएसएल) की टीम को बुलवाया। मौके पर पहुंचे डॉ. एसएस. डांगा, रसायन विभाग के डॉ. संजय शर्मा, भौतिक विभाग केे डॉ. विश्वास व डॉ. सुनील ने जिस कमरे में हादसा हुआ उसकी गहनता से जांच कर नमूने लिए।

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