जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिला अंतर्गत केराडीह में शादी में हिस्सा लेने अपने माता-पिता के साथ रिश्तेदारी में आई एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आई है। मेडिकल टेस्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक प्रतिरोध करने पर दरिंदों ने छात्रा को इतनी बुरी तरह से पीटा कि वह 24 घंटे से ज्यादा वक्त से बेसुध है। उसके सिर पर पत्थर से वार किया गया है।
डॉक्टरों ने उसकी हालत बेहद गंभीर बताई है। जशपुर जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. अनुरंजन टोप्पो ने बताया कि लड़की की हालत गंभीर है।
बेटी की हालत देखकर तो मां भी बेहोश हो गई। शुक्रवार की सुबह नित्यकर्म के लिए निकली लड़की जब काफी देर बाद भी घर नहीं लौटी तो परिजनों को चिंता हुई। इसी बीच गांव में रहने वाली मीना खाखा को अपने घर से कुछ दूर खेत में एक लड़की बेहोश दिखी। उसने तुरंत गांव के बाकी लोगों को उसकी सूचना दी।
लड़की के शरीर पर कपड़े का एक रेशा नहीं था। सिर और चेहरा खून से लथपथ। शरीर के लगभग हर हिस्से में चोट के निशान थे। कुनकुरी अस्पताल के स्टाफ ने लड़की की हालत को देखते हुए उसे जशपुर जिला अस्पताल में रिफर कर दिया।
मेडिकल टेस्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हो गई। रात आठ बजे तक युवती को होश नहीं आया था। डॉक्टरों का कहना है कि लाठी या पत्थर जैसी किसी चीज से चेहरे और सिर पर किए गए वार काफी गहरे हैं। गंभीर स्थिति को देखते हुए युवती को रात सवा आठ बजे सिम्स बिलासपुर रिफर कर दिया गया।
सिटी कोतवाली के एसआई जीएस दुबे ने बताया कि युवती को होश नहीं आया है। इसलिए आरोपियों के हुलिए, उनकी संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही। बहरहाल युवती के बयान के इंतजार में पुलिस बैठी है और दुष्कर्मी कानून की नजरों से अभी भी दूर हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक प्रतिरोध करने पर दरिंदों ने छात्रा को इतनी बुरी तरह से पीटा कि वह 24 घंटे से ज्यादा वक्त से बेसुध है। उसके सिर पर पत्थर से वार किया गया है।
डॉक्टरों ने उसकी हालत बेहद गंभीर बताई है। जशपुर जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. अनुरंजन टोप्पो ने बताया कि लड़की की हालत गंभीर है।
बेटी की हालत देखकर तो मां भी बेहोश हो गई। शुक्रवार की सुबह नित्यकर्म के लिए निकली लड़की जब काफी देर बाद भी घर नहीं लौटी तो परिजनों को चिंता हुई। इसी बीच गांव में रहने वाली मीना खाखा को अपने घर से कुछ दूर खेत में एक लड़की बेहोश दिखी। उसने तुरंत गांव के बाकी लोगों को उसकी सूचना दी।
लड़की के शरीर पर कपड़े का एक रेशा नहीं था। सिर और चेहरा खून से लथपथ। शरीर के लगभग हर हिस्से में चोट के निशान थे। कुनकुरी अस्पताल के स्टाफ ने लड़की की हालत को देखते हुए उसे जशपुर जिला अस्पताल में रिफर कर दिया।
मेडिकल टेस्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हो गई। रात आठ बजे तक युवती को होश नहीं आया था। डॉक्टरों का कहना है कि लाठी या पत्थर जैसी किसी चीज से चेहरे और सिर पर किए गए वार काफी गहरे हैं। गंभीर स्थिति को देखते हुए युवती को रात सवा आठ बजे सिम्स बिलासपुर रिफर कर दिया गया।
सिटी कोतवाली के एसआई जीएस दुबे ने बताया कि युवती को होश नहीं आया है। इसलिए आरोपियों के हुलिए, उनकी संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही। बहरहाल युवती के बयान के इंतजार में पुलिस बैठी है और दुष्कर्मी कानून की नजरों से अभी भी दूर हैं।
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