रविवार, 16 फ़रवरी 2014

भगवान के भक्तों की जेब पर 4 करोड़ का डाका

तिरूमाला। प्रसिद्ध वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में विशेष दर्शन के नाम पर भक्तों से अवैध रूप से चार करोड़ रूपए की वसूली का मामला प्रकाश में आया है।
मंदिर की शीर्ष संचालक समिति तिरूमाला तिरूपति देवस्थानम बोर्ड 2011 में उद्यात्समया सेवा के टिकटों की बिक्री पर रोक लगा चुका है। इस सेवा के तहत परिवार के पांच सदस्यों को सुबह से रात तक मंदिर में पूजा की सभी विधियों में हिस्सा लेने की अनुमति होती है।

इसके अलावा उन्हें निशुल्क आवास व्यवस्था, लड्डू प्रसादम तथा अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। समिति ने सांसद सुधारामी रेड्डी तथा अन्य विशिष्ट लोगों के टिकटों की अग्रिम बुकिंग में हेराफेरी का आरोप लगने के बाद यह सेवा बंद कर दी गई थी।

मंदिर में घोटाले की कहानी खुली तो टीटीडी के कई कर्मचारियों के साथ कुछ पत्रकार भी घोटाले में लिप्त पाए गए थे और उन सबके खिलाफ मुकदमें भी दायर किए गए थे। इसी क्रम में उदयात्समया के टिकटों की बिक्री पर रोक लगा दी गई थी। इन टिकटों की अग्रिम बुकिंग 2015 तक पूरी हो चुकी है।

आंध्र प्रदेश में शेसाद्री की पहाड़ी पर स्थित भागवान बालाजी के मंदिर की सालाना आमदनी 800 करोड़ रूपए है। देश के दूसरे सबसे समृद्ध मंदिर में 200 करोड़ रूपए की आमदनी मंदिर में अर्पित बालों की बिक्री से ही होती है।

आरोप लगाए जा रहे हैं कि अग्रिम बुकिंग का प्रचार ज्यादा नहीं हुआ है। सरकारी क्षेत्र के बैंक पर अग्रिम बुकिंग कराने का आरोप है और उसने इस साल जनवरी तक अग्रिम बुकिंग करके अवैध तरीके से पैसे वसूले थे।

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