इश्क और हुस्न सदियों से इंसानी जिंदगी का हिस्सा रहे हैं. लेकिन इसी इश्क और हुस्न के चलते नामालूम कितनी जिंदगियां तबाह हुई हैं. बात करते हैं उस हसीना की जिसे देख कर कोई भी आशिक मिजाज उस पर मर मिटेगा. इस बात का इल्म इस हसीना को भी था और उसके साथ रहनेवाले दो दोस्तों को भी. और फिर एक रोज इस तिकड़ी ने जो कुछ किया, वो किसी की सोच से भी परे था.
तीनों ने बुनी एक गहरी साजिश. एक ऐसी साजिश, जिसमें शिकार हुस्न के जाल में कुछ ऐसा फंसा कि फिर वहीं फंस कर रह गया, क्योंकि ये था हुस्न का जाल. आशिकी की चाल. बंद कमरा और ब्लैकमेल!
ये कहानी आपको चौंका देगी क्योंकि ये कहानी है उस खूबसूरत जाल की, जिसमें जो एक बार फंसा बस समझ लीजिए कि बर्बाद हो गया. मुमकिन है आपके इर्द-गिर्द भी कोई ऐसा हो, जो ये जाल बुन रहा हो. तो देखिए और बचिए.
इस जाल में जो फंसा, वो काम से भी गया और नाम से भी. क्योंकि ये वो जाल है जो अब तक ना मालूम कइयों के जी का जंजाल बन चुका है. हैरानी की बात तो ये है कि इस जाल में फंसने वाले शख्स को इस बात की जरा भी भनक नहीं लगती की वो हुस्न और फरेब के एक ऐसे जाल में उलझने वाला है कि जिससे वो जितना बाहर निकलने की कोशिश करेगा वो उसमें उतना ही उलझता जाएगा.
जाल बुनने वाले सिर्फ तीन लोग
ये पूरा जाल एक बंद कमरे मे बुना जाता है. जाल बुनने वाले सिर्फ तीन लोग हैं. और इन्हीं तीनों के हाथ में जाल का पूरा सिरा है. ये तीनों इस वक्त इस कमरे में खास मिशन के लिए इकट्ठा हुए हैं. मिशन ऑपरेशन जाल में शिकार फांसना और इन्हें इतंजार है तो बस एक अदद शिकार की.
कमरे में कुछ खास तैयारी के बाद तीनों अपने साजिश को अंजाम तक पहुंचाने के लिए बेकरार होने लगते हैं. कमरे के अंदर का काम पूरा हो चुका था. अब मसला कमरे के बाहर का है. लिहाजा तीनों होटल से बाहर निकलते हैं और फिर उसकी तलाश शुरू हो जाती है जिसे इनके जाल में फंसना है.
थोड़े से इंतजार के बाद ये तलाश भी पूरी हो जाती है. मोनिका उस तक पहुंच चुकी थी जो अब शिकार होने वाला था.
अब फिर से वही जगह, वही होटल और वही कमरा... लेकिन इस बार मोनिका के दोनों आशिक कमरे और सीन दोनों से गायब हैं. कमरे में पहुंचते ही मनिका तमाम खिड़की-दरवाज़े बंद कर देती है. कमरा बंद होते ही मोनिका फौरन अपने रंग में आ जाती है. अब कमरे में सिर्फ दो लोग हैं.
लेकिन इस वक्त इस कमरे में नजर भले ही दो ही लोग आ रहे हैं पर ऐसा है नहीं. इस कमरे में इस वक्त कई आंखें हैं जो लगातार दोनों को घूर रही हैं. जो लगातार दोनों की हरकतों को अपनी नजरों में कैद कर रही हैं.
जाहिर है इस खेल को अब आप थोड़ा-थोड़ा समझ रहे होंगे. आपको एहसास हो रहा होगा कि बंद कमरे में आखिर कौन सा जाल बुना जा रहा है? एक खूबसूरत लड़की. कमरे में कैमरे का खेल... और इनके जाल में एक शिकार फंस भी चुका है और उसे इस बात का ज़रा भी इल्म नहीं कि जैसे ही वो इस कमरे के बाहर कदम रखेगा तो उसके साथ भी ब्लैकमेलिंग का वो खेल शुरू हो जाएगा. जिससे वो चाह कर भी बाहर नहीं निकल पाएगा.
इंटरनेट पर सोशल साइट बनाकर बिछाया जाल
दरअसल ब्लैकमेलिंग का ये धंदा मोनिका ने अपने दो विदेसी दोस्तों चिवेंदु और विलियम्स के साथ मिलकर शुरू किया और इंटरनेट पर एक टैग्ड डॉट कॉम के नाम से एक सोशल साइट बनाई. इस वेबसाइट पर मोनिका ने कई खूबसूरत तस्वीरें डाल रखी थी और अपने शिकार को आकर्षित करती थी.
लुधियाना के शख्स को फांसा
एसे ही एक खूबसूरत धोखे का शिकार बने लुधियाना के रहने वाले चार्टर्ड एकाउंटेंट अरुण. अरुण को इन तीनों ने अपने जाल में फंसाकर दिल्ली बुलाया. और मोनिका कार से शुद अरुण को रिसीव करने जनकपुरी पहुंची. और फिर सीआर पार्क में अपने घर पर ले आई. वहां पर मोनिका अरुण के करीब आने की कोशिश करने लगी और इसी बीच पहले से कमरे में छुपे उसके दोनों साथियों ने दोनों की तस्वीरें लेनी शुरू कर दी. इसके बाद उन्होंने अरुण को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और जब बात नहीं बनी तो अरुण को बंधक बनाकर उसके घरवालों से चार लाख की फिरौती की मांग कर डाली.
अश्लील वीडियो बनाने के बाद मांगते थे फिरौती
इन फरेबियों की वेबसाइट की टैगलाइन थी नए लोगों से मिलने की जगह. इस साइट पर अपनी खूबसूरत तस्वीरें डालकर ये लोगों से दोस्ती करती और फिर शुरू होती उनका एक बेहद खूसूरत और कौफनाक खेल. दोस्ती करने के बाद मोनिका अपने शिकार को मिलने के के लिए बुलाती. हुस्न के जाल में फंसकर उसका शिकार खुद ही उसके जाल में फंस जाता. मोनिका पहले तो अपने शिकार को किडनैप करती और फिर उनका अश्लील वीडियो बनाती. और फिर शुरु होता फिरौती का खेल.
हुस्न के इस जाल में उसका साथ देते थे उसके दो विदेशी दोस्त. चिवेंदु और विलियम. फरीदाबाद की मोनिका घर से नाराज होकर दिल्ली आई थी और यहीं उसकी मुलाकात सोशल साइट पर आईटी की पढ़ाई कर रहे चिवोंदु से हुई और दोनों जयपुर में साथ रहने लगे. बाद में इनकी मुलाकात नाइजारिया के रहने वाले विलियम्स से हुई और फिर इन तीनों ने सोशल साइट के जरिए लोगों को ब्लैकमेल कर पैसे एंठने की योजना बनाई.
इस बार फंस गई मोनिका और उसका गैंग
अरुण मोनिका और उसके दोस्तों के चंगुल में फंस चुका था. और मोनिका ने प्लान के मुताबिक उसके घरवालों को फिरौती के लिए फोन भी कर दिया था. लेकिन उससे एक गलती हो गई. एक ऐसी गलती जिसकी वजह से पुलिस उस तक पहुंच गई.
लुधियाना में मौजूद अरुण के घरवालों ने 4 लाख की फिरौती की रकम मोनिका के एकाउंट में डलवा भी दी. लेकिन इस दौरान दिल्ली पुलिस लगातार मोनिका के फोन को ट्रैप कर रही थी और पुलिस ने सीआर पार्क के एक मकान से मोनिका और उसके दो साथियो को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने सीए अरुण वाही को सही सलामत छुड़ा भी लिया.
पुलिस तीनों की गिरफ्तारी के बाद मोनिका के खातों की तलाश कर रही है. पुलिस को शक है कि मोनिका के साथियों ने अरुण के साथ मोनिका की अश्लील वीडियो भी बना रखी है पुलिस इन को मोबाइल की भी गहराई से जांच कर रही है.
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