गुरुवार, 2 जनवरी 2014

बाड़मेर महाविद्यालय का छज्जा नीचे गिरा, बड़ा हादसा टला

बाड़मेर महाविद्यालय का छज्जा नीचे गिरा, बड़ा हादसा टला




बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर जिला मुख्यालय पर स्थित एक मात्र राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय की वर्तमान स्थिति बड़ी दयनीय है। महाविद्यालय की हर दीवार में बड़ी-बड़ी दरारें आई हुई हैं व छत कभी भी गिर सकती है और बड़ा हादसा हो सकता है। कॉलेज प्रशासन और सगठनो दवरा पहले भी कई बार आला अधिकारयो को बताया जा चुका था लेकिन आज दिन कॉलेज की दयनीय स्थिति को लेकर किसी ने कोई पहल नहीं कि और नतीजन गुरूवार की रोज सुबह महाविद्यालय का एक छज्जा अचानक नीचे गिर गया और बड़ा हादसा होते-होते टल गया। यह हादसा सुबह के समय होने के कारण कोई छात्र नीचे मौजूद नहीं था। और बार बताये जाने के बावजूद भी सरकार द्वारा कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।


छात्रों ने किया प्रदर्शन

छात्र संघ अध्यक्ष छगन मेघवा के नेतृत्व में छात्रों ने प्रदर्शन किया और प्राचार्य के समक्ष अपना विरोध प्रदर्शन किया।छात्र संघ उपाध्यक्ष जगदीश राजपुरोहित ने बताया कि गुरूवार सुबह महाविद्यालय का एक छज्जा अचानक नीचे गिर गया और बड़ा हादसा होते-होते टल गया। यह हादसा सुबह के समय होने के कारण कोई छात्र नीचे मौजूद नहीं था।


सामने आई महाविद्यालय प्रशासन की लापरवाही


बांकसिंह महाबार ने बताया कि काॅलेज प्रशासन को इस छज्जे की जर्जर हालत के बारे में पता था लेकिन यहां पर कोई चेतावनी का नोटिस नहीं लगाया गया था।


प्राचार्य ने दिया आश्वासन

छात्र संघ उपाध्यक्ष जगदीश राजपुरोहित ने कहा कि महाविद्यालय प्राचार्य घनश्याम महला द्वारा महाविद्यालय में मरम्मत करवाने का आश्वासन दिया गया तथा विधायक, सार्वजनिक निर्माण विभाग व शहर के समाजसेवियों से बात करके महाविद्यालय में मरम्मत का काम जल्द ही प्रारम्भ करवाया जाएगा।


आंदोलन की चेतावनी

महाविद्यालय के छात्रों द्वारा यह मांग रखी गई कि अगर महाविद्यालय में मरम्मत का कार्य जल्द प्रारम्भ नहीं करवाया गया तो छात्रों द्वारा व्यापक आंदोलन किया जायेगा।

इस दौरान लोकेन्द्रसिंह गोरड़िया, बांकसिंह, अलसाराम खबडाला, गजेन्द्रसिंह, जसराज डाबला, रहीम खां, धनसिंह, हिंगलाज चारण, विक्रम चारण, मोहनलाल, प्रेम जांगिड, गणपत मारूड़ी, कमल डाभी, भगराज गोयल व जालमसिंह सहित दर्जनों छात्र मौजूद रहे।

महाविद्यालय के हालात जर्जर हैं और कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। हमने प्राचार्य से इसकी मरम्मत की बात की है तथा हम जिला प्रशासन, सार्वजनिक निर्माण विभाग व स्थानीय विधायक के समक्ष अपनी मांग रखेंगे।

- छगन मेघवाल, छात्र संघ अध्यक्ष

अगर समय रहते हुए महाविद्यालय की मरम्मत नहीं हुई तो यहां बड़ा हादसा हो सकता है और छात्रों की जान को भी नुकसान हो सकता है।

- जगदीश राजपुरोहित, छात्र संघ उपाध्यक्ष

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