जैनों को अल्पसंख्यक का दर्जा देने का फैसला स्वागत योग्य - जैन समाज
मिठार्इयां बांट किया खुशी का इजहार , सरकार को दिया धन्यवाद
बाड़मेर। केन्द्र सरकार द्वारा सोमवार को जैन समाज को अल्पसंख्यक वर्ग का दर्जा देने के फैसले से जैन समाज में खुशी का माहौल हैं। जैन श्री संघ के तत्वाधान में मंगलवार को दोपहर में आयोजित कार्यक्रम में सरकार द्वारा जैन समाज को अल्पसंख्यक वर्ग का दर्जा दिये जाने के फैसला का जोरदार स्वागत किया गया ।
जैन श्री संघ के अध्यक्ष नैनमल भंसाली ने कहा कि केन्द्र सरकार की जैन समाज को राष्ट्रीय स्तर पर अल्पसंख्यक वर्ग का दर्जा देने का फैसला बेहद ही स्वागत योग्य हैं। इससे समाज को वर्षो बाद राष्ट्रीय स्तर पर समुचित हक मिल पाएगा।
जैन श्री संघ के महामंत्री किशनलाल वडेरा ने कहा कि इससे हमारे धार्मिक, शैक्षणिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थानों एवं प्रतिष्ठानों को सुरक्षा प्राप्त हो सकेगी तथा विभिन्न स्थानों पर पर्याप्त प्रतिनिधित्व प्राप्त हो सकेगा।
इस अवसर पर एडवोकेट मुकेश जैन ने जैनों को अल्पसंख्यक वर्ग का दर्जा देने पर मिलने वाले कानूनी फायदों एवं तथ्यों की विस्तृत जानकारी दी ।
इंडिया एंगेस्ट वायलेंस, बाड़मेर के संयोजक मुकेश बोहरा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार के इस फैसले से वर्षो पुराने संघर्ष को मुकाम हासिल हुआ है । इस फैसले का जैन समाज की कर्इ संस्थाओं एवं मण्डलों ने स्वागत किया।
कहां-कहां जैन अल्पसंख्यक
जैनों को देश के 8 राज्यों में अल्पसंख्यक का दर्जा प्राप्त हो चुका है। इन आठ में मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, आन्ध्रप्रदेश, छतीसगढ, कर्नाटक, झारखण्ड तथा उतरप्रदेश शामिल हैं। इस फैसले से अब जैनों को देशभर में अल्पसंख्यक वर्ग का अधिकार स्वत: ही मिल जाएगा ।
क्या - क्या होगें फायदे
जैन धर्म की सुरक्षा, जैन कालेजो में 50 प्रतिशत जैन बच्चों के लिए सुरक्षित होगी,
व्यवसाय व तकनीकी शिक्षा हेतु कम ब्याज पर ऋण उपलब्ध होगे।
वहीं मनिदरों, तीर्थ स्थलो, शैक्षणिक संस्थाओ इत्यादि के प्रबंधक की जिम्मेदारी समुदाय के हाथ में ही होगी
धर्म, धर्मावलम्बी द्वारा पुण्यार्थ, प्राणी सेवार्थ, शिक्षा इत्यादि हेतु दान-धन कर से मुक्त होगा।
आदि सहित कर्इ फायदे जैनो को प्राप्त होगें।
कौन-कौन है अल्पसंख्यक
अभी तक देश भर में मुसिलम, बौद्ध, सिक्ख, र्इसार्इ एवं पारसी धर्मावलमिबयों को अल्पसंख्यकों का दर्जा प्राप्त है। सरकार के इस फैसले के बाद जैनों को भी अल्पसंख्यक का दर्जा मिल जाएगा जिससे जैन धर्मावलम्बी भी इसमें शामिल हो जायेगें।
सरकार के इस कदम का जैन समाज के प्रतिनिधियों सहित समाज की विभिन्न संस्थाओं एवं मण्डलों ने खुशी जाहिर की तथा केन्द्र सरकार का आभार व्यक्त किया । इस पर ़, केवलचन्द बोहरा, भंवरलाल सिंघवीं, हस्तीमल, शंकरलाल, सम्पतराज छाजेड मोहनलाल, केवलचन्द छाजेड़, मुकेश बोहरा, पवन सिघवीं, राजेश गोलेच्छा,, सुरेश वडेरा, , सुनिल सिंघवी, हितेश सिंघवी, जितेन्द्र बांठिया, कैलाश बोहरा, ़मनोज छाजेड़, राहुल बोहरा, महावीर भंसाली रमेश बोथरा, गौतमचन्द बोहरा, सहित सैकड़ो युवाओं ने खुशी जाहिर की।
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