नई दिल्ली। देश की राजधानी नई दिल्ली में सरकार बनाने जा रही आम आदमी पार्टी ने जैसे ही मंत्रिमंडल के लिए नाम फाइनल किए वैসे ही पार्टी में बगावत के सुर खुलकर सामने आ गए। लक्ष्मी नगर से शीला दीक्षित सरकार के कद्दावर मंत्री अशोक कुमार वालिया को करारी शिकस्त देने वाले विनोद बिन्नी मंत्री न बनाए जाने से खुलकर बगावत पर उतर आए। वे पार्टी की बैठक बीच में ही छोड़कर बाहर निकल गए। उन्होंने धमकी दी है कि वे बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस कर बड़ा खुलासा करेंगे।
वे क्या कदम उठाने वाले हैं इस बारे में फिलहाल कुछ पता नहीं चला है। कहा जा रहा है कि केजरीवाल ने सीएम शीला दीक्षित को हराया तो मुख्यमंत्री बन रहे हैं। राखी बिडला ने मंत्री को हराया तो उन्हें मंत्री पद दिया जा रहा है। बिन्नी ने भी तो कांग्रेस के कद्दावर मंत्री को हराया फिर उन्हें मंत्री पद क्यों नहीं दिया जा रहा।
बिन्नी ने पूर्वी दिल्ली की लक्ष्मीनगर सीट से दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ए.के. वालिया को लगभग 8,000 मतों से पराजित किया था। दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक बिन्नी 2009 से 2011 तक कांग्रेस के सदस्य थे, लेकिन जन लोकपाल आंदोलन से जुड़ने के बाद कांग्रेस छोड़ दी।
मालूम हो कि आप ने अपने मंत्रियों के नाम मंगलवार को तय कर दिए। छह विधायक मनीष सिसोदिया, गिरीश सोनी, सत्येन्द्र जैन, सौरभ भारद्वाज सोमनाथ भारती और राखी बिडला को मंत्री बनाए जाएंगे। मंत्री पद के लिए दावेदार माने जा रहे बिन्नी का नाम लिस्ट से नदारद था। केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ इन विधायकों को मंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी। कुछ और नामों पर भी चर्चा चल रही है लेकिन अभी साफ नहीं है कि इनके अलावा और में कौन-कौन मंत्रिमंडल में शामिल होंगे।
आप के नेता केजरीवाल ने सोमवार को दिल्ली में नई सरकार के गठन का दावा पेश किया जिससे एक पखवाडे से अधिक समय से बनी अनिश्चितता समाप्त हो गई। केजरीवाल ऎतिहासिक रामलीला मैदान में 26 दिसंबर को शपथ ग्रहण करना चाहते हैं। हालांकि राष्ट्रपति से निर्देश आने के बाद शपथ ग्रहण का कार्यक्रम तय होगा।
इस बीच पार्टी के नेता मनीष्ा सिसोदिया ने कहा कि मंत्रियों के नाम की अधिकारिक रूप से घोष्ाणा बुधवार को की जाएगी। पार्टी ने फैसला किया है कि वह शपथ ग्रहण समारोह में अपनी तरफ से किसी को नहीं बुलाएगी। विधायक एवं उनके परिवार जनता के बीच बैठेंगे। शपथ ग्रहण समारोह के लिए किसी के लिए पास की व्यवस्था नहीं की गई है।
मंत्री पद की ये लेंगे शपथ
मनीष सिसोदिया (41) : पूर्व पत्रकार सिसोदिया जन लोकपाल आंदोलन से प्रकाश में आए। सिसोदिया ने भाजपा के नकुल भारद्वाज को पटपड़गंज विधानसभा सीट से 11,478 मतों से पराजित किया। उन्होंने पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वह उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में एक राजपूत परिवार से संबंध रखते हैं।
सौरव भारद्वाज (34) : पेशे से इंजीनियर भारद्वाज ने कानून की भी पढ़ाई की है। उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता वी.के. मल्होत्रा के बेटे अजय कुमार मल्होत्रा को ग्रेटर कैलाश सीट से 13,092 मतों के अंतर से पराजित किया।
सोमनाथ भारती (39) : आईआईटी दिल्ली से विज्ञान में परास्नातक की उपाधि हासिल करने के बाद उन्होंने कानून की डिग्री प्राप्त की। वह आईआईटी-दिल्ली एलुमनी एसोसिएशन के अध्यक्ष भी थे। उन्होंने भाजपा की आरती मेहरा और कांग्रेस की किरण वालिया को मालवीय नगर सीट से परास्त किया।
राखी बिड़ला (26) : संभावित मंत्रियों की सूची में राखी सबसे कम उम्र की हैं। वह पूर्व पत्रकार हैं और पत्रकारिता में परास्नातक की उपाधि हासिल की है। उन्होंने शीला सरकार के कद्दावर मंत्री राज कुमार चौहान को मंगोलपुरी से 10,585 मतों के अंतर से पराजित किया है।
वे क्या कदम उठाने वाले हैं इस बारे में फिलहाल कुछ पता नहीं चला है। कहा जा रहा है कि केजरीवाल ने सीएम शीला दीक्षित को हराया तो मुख्यमंत्री बन रहे हैं। राखी बिडला ने मंत्री को हराया तो उन्हें मंत्री पद दिया जा रहा है। बिन्नी ने भी तो कांग्रेस के कद्दावर मंत्री को हराया फिर उन्हें मंत्री पद क्यों नहीं दिया जा रहा।
बिन्नी ने पूर्वी दिल्ली की लक्ष्मीनगर सीट से दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ए.के. वालिया को लगभग 8,000 मतों से पराजित किया था। दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक बिन्नी 2009 से 2011 तक कांग्रेस के सदस्य थे, लेकिन जन लोकपाल आंदोलन से जुड़ने के बाद कांग्रेस छोड़ दी।
मालूम हो कि आप ने अपने मंत्रियों के नाम मंगलवार को तय कर दिए। छह विधायक मनीष सिसोदिया, गिरीश सोनी, सत्येन्द्र जैन, सौरभ भारद्वाज सोमनाथ भारती और राखी बिडला को मंत्री बनाए जाएंगे। मंत्री पद के लिए दावेदार माने जा रहे बिन्नी का नाम लिस्ट से नदारद था। केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ इन विधायकों को मंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी। कुछ और नामों पर भी चर्चा चल रही है लेकिन अभी साफ नहीं है कि इनके अलावा और में कौन-कौन मंत्रिमंडल में शामिल होंगे।
आप के नेता केजरीवाल ने सोमवार को दिल्ली में नई सरकार के गठन का दावा पेश किया जिससे एक पखवाडे से अधिक समय से बनी अनिश्चितता समाप्त हो गई। केजरीवाल ऎतिहासिक रामलीला मैदान में 26 दिसंबर को शपथ ग्रहण करना चाहते हैं। हालांकि राष्ट्रपति से निर्देश आने के बाद शपथ ग्रहण का कार्यक्रम तय होगा।
इस बीच पार्टी के नेता मनीष्ा सिसोदिया ने कहा कि मंत्रियों के नाम की अधिकारिक रूप से घोष्ाणा बुधवार को की जाएगी। पार्टी ने फैसला किया है कि वह शपथ ग्रहण समारोह में अपनी तरफ से किसी को नहीं बुलाएगी। विधायक एवं उनके परिवार जनता के बीच बैठेंगे। शपथ ग्रहण समारोह के लिए किसी के लिए पास की व्यवस्था नहीं की गई है।
मंत्री पद की ये लेंगे शपथ
मनीष सिसोदिया (41) : पूर्व पत्रकार सिसोदिया जन लोकपाल आंदोलन से प्रकाश में आए। सिसोदिया ने भाजपा के नकुल भारद्वाज को पटपड़गंज विधानसभा सीट से 11,478 मतों से पराजित किया। उन्होंने पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वह उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में एक राजपूत परिवार से संबंध रखते हैं।
सौरव भारद्वाज (34) : पेशे से इंजीनियर भारद्वाज ने कानून की भी पढ़ाई की है। उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता वी.के. मल्होत्रा के बेटे अजय कुमार मल्होत्रा को ग्रेटर कैलाश सीट से 13,092 मतों के अंतर से पराजित किया।
सोमनाथ भारती (39) : आईआईटी दिल्ली से विज्ञान में परास्नातक की उपाधि हासिल करने के बाद उन्होंने कानून की डिग्री प्राप्त की। वह आईआईटी-दिल्ली एलुमनी एसोसिएशन के अध्यक्ष भी थे। उन्होंने भाजपा की आरती मेहरा और कांग्रेस की किरण वालिया को मालवीय नगर सीट से परास्त किया।
राखी बिड़ला (26) : संभावित मंत्रियों की सूची में राखी सबसे कम उम्र की हैं। वह पूर्व पत्रकार हैं और पत्रकारिता में परास्नातक की उपाधि हासिल की है। उन्होंने शीला सरकार के कद्दावर मंत्री राज कुमार चौहान को मंगोलपुरी से 10,585 मतों के अंतर से पराजित किया है।
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