लखनऊ। दारुलशफा स्थित बी-99 आवास से मंगलवार शाम तीखी कहासुनी व महिला के चिल्लाने की आवाजें बाहर आई तो आसपड़ोस के लोगों को कुछ गड़बड़ होने का अंदेशा हुआ। इसके बाद एक विधायक के आवास में मचे कोहराम की सूचना बाहर आने में ज्यादा वक्त न लगा। मीडियाकर्मियों व पुलिस को इसकी भनक लग गई। दिल्ली तक से फोन की घंटियां बजने लगीं। बताया गया कि एएसपी को इसकी सूचना पूर्वाचल के एक सांसद ने फोन से दी।
कुछ देर बाद ही सीओ हजरतगंज दिनेश यादव, इंस्पेक्टर अशोक वर्मा, एसओ महिला थाना शिवा शुक्ला व पुलिस बल विधायक के आवास पर पहुंच गया। मीडियाकर्मी भी आ गए। तब मामला सामने आया कि विधायक जी के घर में मौजूद उनकी महिला मित्र से परिजनों का विवाद हुआ है। पुलिस विधायक व युवती को कोतवाली ले आई, जहां करीब दो घंटे तक सीओ हजरतगंज के कमरे में वार्ता चली और दोनों पक्षों के बीच सुलह हो गई। एएसपी पूर्वी राजेश कुमार ने कमरे से बाहर आकर बताया कि युवती ने पुलिस को लिखकर दिया है कि वह कोई कार्रवाई नहीं चाहती।
बस्ती के रुधौली से कांग्रेस विधायक संजय प्रताप जायसवाल दारुलशफा में रहते हैं। बताया गया कि पूर्वाचल निवासी युवती यहां अलीगंज क्षेत्र में एक हॉस्टल में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही है। युवती की करीब डेढ़ वर्ष से विधायक से मित्रता है। दोनों के बीच फोन से बातचीत के जरिए मेल-मुलाकात बढ़ी थी। युवती विधायक के दारुलशफा स्थित आवास आई थी, जहां विधायक के भाई व अन्य परिजन भी आ गए। युवती को देखकर विधायक के परिजन भड़क गए और उनके बीच विवाद शुरू हो गया। युवती से हाथापाई के बाद विवाद बढ़ता चला गया।
दूसरी ओर, विधायक का कहना है कि युवती से मित्रता के बारे में उनकी पत्नी, परिजन व युवती के घरवालों को पता है। विवाद शुरू होने पर उन्हें कमरे में बंद कर दिया गया था, जिसके बाद बात बिगड़ती चली गई। विधायक ने यह भी कहा कि विवाद बढ़ने पर उन्होंने अपना सिर किसी चीज से लड़ा लिया था। यही वजह थी कि विधायक ने सिर पर रुमाल बांध रखा था।
परिवारिक विवाद था, निपट गया
सीओ आफिस में पुलिस अधिकारी पहले करीब एक घंटे तक युवती से पूछताछ करते रहे। बाद में विधायक को भी भीतर बुला लिया गया। कुछ देर बाद कमरे से बाहर आए विधायक ने कहा कि यह उनका पारिवारिक विवाद था, जो निपट गया।
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