जयपुर। राजस्थान में भारी मतदान के बाद अब एक तरफ जहां सबकी निगाहें 8 दिसंबर को आने वाले परिणाम पर लगी है वहीं इससे पहले सट्टा बाजार ने माहौल को और भी रोचक बना दिया है। जीत-हार के बारे में राजनीतिक दल अपने आकलन और गुणा भाग में लगे हैं,पर सट्टा बाजार के अनुमान से राज्य में पूर्ण बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन रही है, जबकि कांग्रेस को 50 से 60 सीटें मिल सकती हैं।
सट्टा बाजार सूत्रों के अनुसार भाजपा की 100 सीटों के भाव महज सात से 10 पैसे हैं जबकि कांग्रेस की 100 सीटों पर एक रूपया लगाने पर 10 रूपए मिलेंगे। यानी इसकी सम्भावना काफी कम है। हालांकि, चुनावी सट्टा पूरी तरह अवैध है लेकिन चुनाव से पहले और बाद में शेखावाटी, बीकानेर व फलौदी से संचालित इस बाजार में हार-जीत के भरपूर सौदे हो रहे हैं।
सटोरियों की राय कुछ हटकर
सटोरियों के अनुसार चुनाव आयोग व संगठनों के मतदाता जागरूकता अभियानों, चुनाव मैदान में दमदार तीसरे प्रत्याशी की मौजूदगी तथा नरेन्द्र मोदी फैक्टर के कारण मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी हुई है लेकिन यह बढ़ोतरी भाजपा को लाभ पहुंचाती दिखती है। इसी अनुमान के कारण सटोरियों ने भाजपा की जीत पुख्ता मानते हुए सौदे किए हैं। चुनाव से पहले भी सट्टा बाजार में भाजपा की ही बढ़त मानी जा रही थी। उस समय भाजपा की सीटें अधिकतम 110 मानी जा रहीं थी लेकिन मतदान के बाद सट्टे में यह आंकड़ा 120 तक जा रहा है। मतदान से पहले कांग्रेस की सीटें 70 तक मानी जा रही थी जो अब घटा कर 60 सीटों तक का अनुमान लगाया जा रहा है।
जयपुर के लिए ये कह रहा बाजार
जयपुर। सट्टा बाजार में चल रहे भावों को मानें तो सरदारपुरा सीट से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व जयपुर में सांगानेर से भाजपा के दिग्गज घनश्याम तिवाड़ी की जीत तय है। गहलोत व तिवाड़ी की जीत के भाव मात्र पांच-छह पैसे बोला जा रहा है। जयपुर की अन्य सीटों पर सट्टा बाजार प्रतापसिंह खाचरियावास, कालीचरण सराफ, मोहनलाल गुप्ता को मजबूत मान रहा है।
सांगानेर - घनश्याम तिवाड़ी - 5-6 पैसे
मालवीय नगर - कालीचरण सराफ- 10-14 पैसे
किशनपोल - मोहनलाल गुप्ता - 15-20 पैसे
सिविल लाइंस - प्रतापसिंह खाचरियावास - 70 पैसे
बगरू - कैलाश वर्मा - 20-25 पैसे
आदर्शनगर - माहिर आजाद - 80 पैसे
सरदारपुरा - अशोक गहलोत - 5-6 पैसे
ये आकलन भी
सट्टा बाजार के जानकार सूत्रों के अनुसार दांता-रामगढ़, नोखा, ओसियां में कांग्रेस, सीकर, बीकानेर पश्चिम, खण्डेला, धोद, नीम का थाना में भाजपा तथा लूणकरणसर, फतेहपुर व लक्ष्मणगढ़ में निर्दलीय प्रत्याशियों को मजबूत माना जा रहा है।
यह है सट्टा बाजार के अनुसार राज्य का राजनीतिक समीकरण
भाजपा 100 सीट : 07 से 10 पैसे
भाजपा 105 सीट : 20 से 23 पैसे
भाजपा 110 सीट : 30 से 40 पैसे
भाजपा 115 - 118 सीट : एक रूपया (बराबर)
कांगे्रस 50 सीट : 40 पैसे
कांगे्रस 55 सीट : 80 पैसे
कांगे्रस 59-60 सीट : एक रूपया (बराबर)
निर्दलीय व अन्य दल 20 सीट : 40 पैसे
निर्दलीय व अन्य दल 25 सीट : एक रूपया (बराबर)
यूं समझें भावों के गणित को
यदि किसी उम्मीदवार की जीत का भाव पन्द्रह पैसे चल रहा है और उसकी जीत पर दांव लगाया जाता है तो उसके जीतने पर एक लाख रूपए लगाने वाले को पन्द्रह हजार रूपए मिलेंगे, पर यदि उम्मीदवार जीतने के स्थान पर यदि हार गया तो पूरे एक लाख रूपए दूसरे पक्ष को देने होंगे। सटोरिए लहर को भांप कर अनुमान करते हैं, लेकिन यदि आकलन ही गलत हुआ तो इस खेल में लेने के देने जरूर पड़ते हैं। सौदों को इस तरह भी समझा जा सकता है कि यदि किसी के भाव 35-40 पैसे चल रहे हैं तो उसके जीतने की उम्मीद 60-65 फीसदी है। इसी तरह जिसका भाव 1.50 रूपए चल रहा है वह 150 फीसदी हार रहा है।
सट्टा बाजार सूत्रों के अनुसार भाजपा की 100 सीटों के भाव महज सात से 10 पैसे हैं जबकि कांग्रेस की 100 सीटों पर एक रूपया लगाने पर 10 रूपए मिलेंगे। यानी इसकी सम्भावना काफी कम है। हालांकि, चुनावी सट्टा पूरी तरह अवैध है लेकिन चुनाव से पहले और बाद में शेखावाटी, बीकानेर व फलौदी से संचालित इस बाजार में हार-जीत के भरपूर सौदे हो रहे हैं।
सटोरियों की राय कुछ हटकर
सटोरियों के अनुसार चुनाव आयोग व संगठनों के मतदाता जागरूकता अभियानों, चुनाव मैदान में दमदार तीसरे प्रत्याशी की मौजूदगी तथा नरेन्द्र मोदी फैक्टर के कारण मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी हुई है लेकिन यह बढ़ोतरी भाजपा को लाभ पहुंचाती दिखती है। इसी अनुमान के कारण सटोरियों ने भाजपा की जीत पुख्ता मानते हुए सौदे किए हैं। चुनाव से पहले भी सट्टा बाजार में भाजपा की ही बढ़त मानी जा रही थी। उस समय भाजपा की सीटें अधिकतम 110 मानी जा रहीं थी लेकिन मतदान के बाद सट्टे में यह आंकड़ा 120 तक जा रहा है। मतदान से पहले कांग्रेस की सीटें 70 तक मानी जा रही थी जो अब घटा कर 60 सीटों तक का अनुमान लगाया जा रहा है।
जयपुर के लिए ये कह रहा बाजार
जयपुर। सट्टा बाजार में चल रहे भावों को मानें तो सरदारपुरा सीट से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व जयपुर में सांगानेर से भाजपा के दिग्गज घनश्याम तिवाड़ी की जीत तय है। गहलोत व तिवाड़ी की जीत के भाव मात्र पांच-छह पैसे बोला जा रहा है। जयपुर की अन्य सीटों पर सट्टा बाजार प्रतापसिंह खाचरियावास, कालीचरण सराफ, मोहनलाल गुप्ता को मजबूत मान रहा है।
सांगानेर - घनश्याम तिवाड़ी - 5-6 पैसे
मालवीय नगर - कालीचरण सराफ- 10-14 पैसे
किशनपोल - मोहनलाल गुप्ता - 15-20 पैसे
सिविल लाइंस - प्रतापसिंह खाचरियावास - 70 पैसे
बगरू - कैलाश वर्मा - 20-25 पैसे
आदर्शनगर - माहिर आजाद - 80 पैसे
सरदारपुरा - अशोक गहलोत - 5-6 पैसे
ये आकलन भी
सट्टा बाजार के जानकार सूत्रों के अनुसार दांता-रामगढ़, नोखा, ओसियां में कांग्रेस, सीकर, बीकानेर पश्चिम, खण्डेला, धोद, नीम का थाना में भाजपा तथा लूणकरणसर, फतेहपुर व लक्ष्मणगढ़ में निर्दलीय प्रत्याशियों को मजबूत माना जा रहा है।
यह है सट्टा बाजार के अनुसार राज्य का राजनीतिक समीकरण
भाजपा 100 सीट : 07 से 10 पैसे
भाजपा 105 सीट : 20 से 23 पैसे
भाजपा 110 सीट : 30 से 40 पैसे
भाजपा 115 - 118 सीट : एक रूपया (बराबर)
कांगे्रस 50 सीट : 40 पैसे
कांगे्रस 55 सीट : 80 पैसे
कांगे्रस 59-60 सीट : एक रूपया (बराबर)
निर्दलीय व अन्य दल 20 सीट : 40 पैसे
निर्दलीय व अन्य दल 25 सीट : एक रूपया (बराबर)
यूं समझें भावों के गणित को
यदि किसी उम्मीदवार की जीत का भाव पन्द्रह पैसे चल रहा है और उसकी जीत पर दांव लगाया जाता है तो उसके जीतने पर एक लाख रूपए लगाने वाले को पन्द्रह हजार रूपए मिलेंगे, पर यदि उम्मीदवार जीतने के स्थान पर यदि हार गया तो पूरे एक लाख रूपए दूसरे पक्ष को देने होंगे। सटोरिए लहर को भांप कर अनुमान करते हैं, लेकिन यदि आकलन ही गलत हुआ तो इस खेल में लेने के देने जरूर पड़ते हैं। सौदों को इस तरह भी समझा जा सकता है कि यदि किसी के भाव 35-40 पैसे चल रहे हैं तो उसके जीतने की उम्मीद 60-65 फीसदी है। इसी तरह जिसका भाव 1.50 रूपए चल रहा है वह 150 फीसदी हार रहा है।
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