न्यूयार्क। अगर आप नियमित फेसबुक यूजर हैं और इस सोशल साईट की हर ताजा अपडेट को सबसे पहले देखना चाहते हैं, तो कल यानि की गुरूवार को अपना फेसबुक जरूर लॉग इन करें।
फेसबुक के अनुसार कम्पनी गुरूवार को एक नया प्रयोग करने जा रही है। इसके तहत फेसबुक की न्यूज फीड में वीडियो एडवरटाइजमेंट चुनिंदा यूजर्स को दिखाए जाएंगें।
कम्पनी के अनुसार ये वीडियो अपकमिंग मूवी "डाइवरजेंट" के टीजर के होंगें। यह फिल्म एक एडल्ट नोवल पर आधारित है, जिसे समिट एंटरटेंट ने बनाया है।
कैलिफोर्निया की मेनलो पार्क कम्पनी का कहना है कि फिलहाल वीडियो एड बेचे नहीं जा रहे हैं और कम्पनी को एड की प्राइसिंग का खुलासा करने की जल्दी नहीं है।
कम्पनी का वीडियो एड को टेस्ट करने का एक मकसद है, खास मौकों पर ज्यादा से ज्यादा यूजर्स तक पहुंचना। वीडियो एडवरटीजमेंट से फेसबुक का मुनाफा कई गुना बढ़ जाने का अनुमान है।
चाहो या ना चाहो, एड तो देखने पडेगें
फेसबुक के ये वीडियो एड मोबाइल फोन और पर्सनल कम्प्यूटर सभी प्लेटफार्म पर दिखाई देंगें। आप के पास केवल एक च्वॉइस है, आप फटाफट वीडियो नजरअंदाज कर आगे बढ़ सकते हैं। इसका मतलब यह भी है कि ये वीडियो ऑटोप्ले होंगे। हालांकि वीडियो साउंड तब तक नहीं चलेगा, जब तक कि आप वीडियो पर क्लिक नहीं करते।
मोबाइल डेटा पर क्या होगा असर
मोबाइल फोन पर फेसबुक यूज करने वाले यूजर्स को घबराने की जरूरत नहीं है। ये फेसबुक वीडियो वाई-फाई कनेक्शन पर ही चलेंगे। मतलब कि ये एड आपके मोबाइल डेटा को यूज नहीं करेंगें।
सितम्बर से हो रही टेस्टिंग
फेसबुक वीडियो एड की टेस्टिंग सितम्बर से कर रही है। हालांकि मंगलवार को ही कम्पनी ने इस योजना का खुलासा किया। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि इससे यूजर एक्सपीरियंस बेहद खराब होगा। बैकग्राउण्ड डाउनलोड बढ़ेगा। यूजर्स इस सोशल साईट से किनारा करन लगेंगें।
फेसबुक के अनुसार कम्पनी गुरूवार को एक नया प्रयोग करने जा रही है। इसके तहत फेसबुक की न्यूज फीड में वीडियो एडवरटाइजमेंट चुनिंदा यूजर्स को दिखाए जाएंगें।
कम्पनी के अनुसार ये वीडियो अपकमिंग मूवी "डाइवरजेंट" के टीजर के होंगें। यह फिल्म एक एडल्ट नोवल पर आधारित है, जिसे समिट एंटरटेंट ने बनाया है।
कैलिफोर्निया की मेनलो पार्क कम्पनी का कहना है कि फिलहाल वीडियो एड बेचे नहीं जा रहे हैं और कम्पनी को एड की प्राइसिंग का खुलासा करने की जल्दी नहीं है।
कम्पनी का वीडियो एड को टेस्ट करने का एक मकसद है, खास मौकों पर ज्यादा से ज्यादा यूजर्स तक पहुंचना। वीडियो एडवरटीजमेंट से फेसबुक का मुनाफा कई गुना बढ़ जाने का अनुमान है।
चाहो या ना चाहो, एड तो देखने पडेगें
फेसबुक के ये वीडियो एड मोबाइल फोन और पर्सनल कम्प्यूटर सभी प्लेटफार्म पर दिखाई देंगें। आप के पास केवल एक च्वॉइस है, आप फटाफट वीडियो नजरअंदाज कर आगे बढ़ सकते हैं। इसका मतलब यह भी है कि ये वीडियो ऑटोप्ले होंगे। हालांकि वीडियो साउंड तब तक नहीं चलेगा, जब तक कि आप वीडियो पर क्लिक नहीं करते।
मोबाइल डेटा पर क्या होगा असर
मोबाइल फोन पर फेसबुक यूज करने वाले यूजर्स को घबराने की जरूरत नहीं है। ये फेसबुक वीडियो वाई-फाई कनेक्शन पर ही चलेंगे। मतलब कि ये एड आपके मोबाइल डेटा को यूज नहीं करेंगें।
सितम्बर से हो रही टेस्टिंग
फेसबुक वीडियो एड की टेस्टिंग सितम्बर से कर रही है। हालांकि मंगलवार को ही कम्पनी ने इस योजना का खुलासा किया। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि इससे यूजर एक्सपीरियंस बेहद खराब होगा। बैकग्राउण्ड डाउनलोड बढ़ेगा। यूजर्स इस सोशल साईट से किनारा करन लगेंगें।
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