गुरुवार, 5 दिसंबर 2013

कोई नहीं जानता किसके वोट गिनने हैं

जयपुर। मतदान दलों की तर्ज पर ही मतगणना कार्मियोंको भी अंतिम समय पर ही बताया जाएगा कि उन्हें किस विधानसभा क्षेत्र में किस टेबल पर बैठकर मतगणना करनी है। इतना ही नहीं उन्हें मतगणना से पहले गोपनीयता बरकरार रखने के लिए बकायदा शपथ भी दिलाई जाएगी।
इस बार निर्वाचन विभाग ने मतदान दलों के गठन में काफी गोपनीयता बरती थी। इन्हें पहले सिर्फ यह बताया गया था कि उन्हें किस विधानसभ क्षेत्र में जाना है, मतदान बूथ के बारे में नहीं बताया गया था। दल में कौन होंगे, यह जानकारी भी उन्हें रवानगी से पहले ही दी गई थी।

अब मतगणना में भी ऎसा ही किया गया है। इसके तहत ही प्रशासन ने कार्ययोजना बनाकर मतगणना कार्मिकों को बुधवार को प्रशिक्षण दिया और उन्हें गोपनीयता के प्रति गंभीरता बरतने की हिदायत भी दी। इसके साथ ही मतगणना स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था व मतगणना कक्षों के इंतजामों की भी समीक्षा की।

मोबाइल पर भी पाबन्दी
मतगणना के दौरान माचिस, खाने का सामान, बीडी, सिगरेट, तम्बाकू के पैकेट, ब्लेड, चाकू, समेत अन्य कोई भी निषेधात्मक सामग्री अपने साथ मतगणना स्थल पर नहीं ले जाई जाएगी। मतगणना व्यवस्था में नियुक्त पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों के अतिरिक्त अन्य के मोबाइल पर भी पाबन्दी रहेगी।

मतगणना का प्रशिक्षण
मतगणना के लिए नियुक्त मतगणना सहायक, मतगणना सुपरवाइजर एवं मतगणना माईक्रो ऑब्जर्वर्स को बुधवार को ओटीएस एवं पंचायती राज संस्थान में प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान उन्हें बताया कि सर्वप्रथम कंट्रोल यूनिट की सील की जांच होगी। इसके बाद "रिजल्ट सेक्शन" को खोला जाएगा और फिर ग्रीन पेपर सील एवं एड्रेस टैग आदि के क्रमांक मतगणना टेबिल पर अभिकर्ताओं को दिखाए जाएंगे। उन्हें मतगणना कार्य को सावधानी से करने को लेकर भी कई तरह की जानकारी दी।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें