सोमवार, 16 दिसंबर 2013

आलमजी के मंदिर की भूमि पर अतिक्रमण

धोरीमन्ना। यहां पहाड़ में स्थित प्राचीन आलमजी के मंदिर की कृषि भूमि पर एक दर्जन दुकानों के अवैध निर्माण के खिलाफ सोमवार से धरने की घोषणा की गई है। यहां के पुजारियों ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे देव स्थान विभाग, जिला कलक्टर व विधायक लाधूराम विश्नोई को अलग-अलग पत्र भेज अतिक्रमण नहीं रोकने पर सोमवार से तहसील मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा की है।

पत्रानुसार एक पखवाड़े पूर्व चुनावो के दौरान यहां एक दर्जन दुकानों का निर्माण किया गया। तब शिकायतें की तो निर्माण रोका गया था अब यहां पर फिर कार्य प्रारम्भ हो गया है। मंदिर के पुजारियों ने तहसीलदार को शिकायतें की तो एक दिन कार्य रोककर फिर से दुकानों की छतें भर दी। रविवार को छुट्टी के दिन बड़ी संख्या में लोगो को लगाकर छते भरने का कार्य चला। इस पर मंदिर के पुजारियों ने धरना देने का निर्णय किया है।

बेशकीमती है भूमि
धोरीमन्ना के मुख्य चौराहे एवं राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनो और आई हुई आलमजी के मंदिर की यह भूमि बेशकीमती है।इस भूमि पर पूर्व में भी प्रशासन चार बार अतिक्रमण हटा चुका है।यहां आलमजी के मंदिर की दुकाने बनाकर किराए पर दी जाए तो सालाना लाखों की आय देव स्थान विभाग को हो सकती है।

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