पार्टी को जीत दिलाने के साथ ही वसुंधरा राजे खुद भी चुनाव जीत गई हैं।
भाजपा ने शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी शुरू कर दी है। वसुधंरा राजे राज्य की मुख्यमंत्री होंगी।
भाजपा के एक सूत्र ने कहा कि राजे 13 दिसंबर को जयपुर में विधानसभा भवन के आगे जनपथ पर शपथ ग्रहण करेंगी।
इससे पहले सुबह वसुंधरा राजे प्रसिद्ध शक्तिपीठ त्रिपुरा सुंदरी पहुंचीं। यहां कदम रखते ही काफी आश्वत थीं।
उन्होंने त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद प्रदेश में भाजपा के बढ़त पर विशेष बातचीत में कहा कि जनता की जीत हुई है और अहंकारियों का अंत।
उन्होंने कहा कि अहंकार के कारण जनता को जो भूल जाते हैं जनता ने उनको अपनी ताकत दिखा दी है। जनता ही राज तय करती है।
उन्होंने जीत का श्रेय जनता व भगवान के आशीर्वाद को देते हुए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार एवं चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र मोदी की भूमिका को भी अहम बताया।
उन्होंने कहा कि जनता कांग्रेस के शासन से त्रस्त थी। हमें जो चुन कर जो जिम्मेदारी सौंपी है उसे मैं विनम्रता के साथ स्वीकारती हूं। उन्होंने कितनी सीट पर जीत मिलेगी इसका कोई जिक्र नहीं किया, लेकिन बहुमत के प्रति आश्वस्त दिखीं।
उन्होंने कहा कि दो लेयर हैं एक प्रदेश में काम कर रही है दूसरी देश में। भाजपा की लहर है और परिणाम सबके सामने आ रहा है। जनता ने दिखा दिया कि वह भाजपा के साथ है। कार्यकर्ता स्तर पर काम के बूते पार्टी यहां तक पहुंची है।
चेहरे से झलक रही थी जीत
वसुंधरा राजे जब बांसवाड़ा पहुंचीं तो वे हैलीपेड से कार के द्वारा मां-त्रिपुरे मंदिर पहुंचीं। उन्होंने यहां उतरते ही माला लिए खड़े प्रत्याशियों से साधारण बातचीत की और उन्हें मतगणना स्थल पर जाने को कहा। यहां भी उनके चेहरे पर खुशी के भाव के साथ ही उन्होंने सभी का अभिवादन स्वीकार किया।
इसके बाद कुछ पलों के लिए वे गेस्ट हाउस में गई और वहां से सीधे मंदिर परिसर पहुंचीं। पूजा से निकलने के बाद भी उनके चहेरे पर श्रद्धा के साथ ही जीत की झलक थी। परिसर से निकलकर वे पूरे विश्वास के साथ हैलीपेड पहुंचीं।
वहां भी उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं का अभिभावदन जोश-खरोश से स्वीकार किया और भाजपा के पक्ष के टे्रंड पर बधाई दी। विमान में चढ़ने से पहले उन्होंने अपने हाथ उठाकर जीत व खुशी का संदेश कार्यकर्ताओं को दिया।
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